बिलासपुर: नगरी निकाय इलाके से लगे कई कस्बों में 9 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है. इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैद हैं. लॉकडाउन के पहले दिन बिल्हा और बोदरी में प्रशासन की सख्ती देखने को मिली. अधिकारी खुद सड़कों पर उतरे और लोगों को समझाइश देते रहे कि लॉकडाउन के नियमों को गंभीरता से लेते हुए उसका पालन करें. नियमों के पालन करने से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है.
कई प्रशासनिक अधिकारियों ने पैदल ही नगर का भ्रमण किया, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी अखिलेश साहू, DSP सृष्टि चंद्राकर, निकाय अधिकारी सृष्टि आहूजा शामिल थे. नियमों की सख्ती और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस बल को भी तैनात किया गया.
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इन इलाकों में कार्रवाई
नगर की सभी दुकानें बंद थी. मेडिकल और डेयरी को समयानुसार लॉकडाउन में छूट दी गई है. बिल्हा में बैंकों के आसपास लगने वाली भीड़ और वाहनों की कतार को लेकर अधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. नगर के प्रमुख चौराहों में बिखरी निर्माण सामग्री को लेकर भी निर्माण ठेकेदारों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है.
पुलिस के मुताबिक कंटेनमेंट जोन घोषित किए जाने के बाद नगर से आवाजाही करने वालों पर सतत निगरानी रखी जा रही है. इसके साथ ही घूमने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है. पुलिस और प्रशासन के इस सख्त रवैया से बिल्हा का माहौल कर्फ्यू जैसा हो गया है. बिना मास्क और समाजिक दूरी को लेकर लोगों में गंभीरता नजर आ रही है. बता दें कि जिला कलेक्टर ने 23 से 30 जुलाई तक क्षेत्रों में लॉकडाउन की घोषणा की है.
प्रदेश में बढ़ रहे आंकड़े
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के कुल आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 6 हजार 300 से भी ज्यादा लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि अब तक हुई है. इनमें से लगभग 4 हजार 350 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं. वहीं 34 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है. प्रदेश में फिलहाल लगभग 1940 लोगों का इलाज जारी है.