बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी शुरू हो गई है जो 31 जनवरी तक चलेगी. जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की जा रही है. कुछ खरीदी केंद्र ऐसे भी है जहां से लापरवाही और बदइंतजामी की खबर मिल रही है. मजबूर किसान भारी अव्यवस्थाओं के बीच अपना धान बेचने को मजबूर है. स्थानीय विधायक शैलेष पांडेय ने किसानों से अपील की है. उन्होंने कहा है कि जो सिस्टम सरकार ने बनाया है उसके तहत धान बिक्री करें और कोई दिक्कत हो तो प्रशासन को अवगत कराए.
बिलासपुर जिले के मोपका धान संग्रहण केंद्र समेत कई सेंटर में बड़ी समस्या है पुराना और सड़ा धान. ये सड़ा धान, खरीदी केंद्रों में सरकार की पूरी तैयारियों के दावे की पोल खोल रहा है. जिले के मोपका समेत तमाम धान संग्रहण केंद्रों से पुराने धान का उठाव अबतक नहीं हो पाया . अकेले मोपका केंद्र में ही 1 लाख 75 हजार क्विंटल धान का उठाव नहीं हो पाया है. किसानों का कहना है कि केंद्र में स्टाफ की कमी के कारण परेशानी हो रही है. इसके साथ ही कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइंस का भी पालन नहीं किया जा रहा है. वहीं कुछ किसानों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है. किसानों का कहना है कि पुराने धान का बोनस अभी तक नहीं आ पाया है और खरीदी शुरू कर दी गई है.
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बिलासपुर में धान खरीदी की जानकारी
- 1 लाख 5 हजार 535 किसानों का किया गया पंजीयन
- करीब 47 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य.
- बनाए गए 6 नए धान खरीदी केंद्र
- धान खरीदी केंद्रों में 456 चबूतरे का निर्माण.
- धान की अवैध आवक रोकने के लिए जिला उड़नदस्ता टीम का गठन.