बिलासपुर : नगरीय निकाय चुनाव नजदीक है, लेकिन बिलासपुर नगर निगम का खजाना लगभग खाली हो चुका है. शासन की ओर से मिलने वाली पार्षद निधि की राशि को शासन ने इस साल जारी नहीं किया है. इससे शहर के विभिन्न वार्डों के विकास कार्य रुक गए हैं.
दरअसल, राज्य शासन की ओर से हर साल 4 लाख रुपये की पार्षद निधि निगम को उपलब्ध करवाई जाती है. मतलब 5 साल के कार्यकाल में पार्षदों के माध्यम से 20 लाख रुपये तक के काम कराए जाते हैं. वहीं इस साल भी लंबा समय गुजरने के बावजूद पार्षद निधि नहीं मिली है. इसे लेकर निगम ने शासन को पत्र भी लिखा है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
बता दें कि पार्षद निधि से विकास के कार्य, मसलन- क्लब निर्माण, सांस्कृतिक भवन, कल्चरल प्रोग्राम जैसे कार्य कराए जाते हैं. लिहाजा पार्षद निधि में देरी को चुनावी एंगल से भी देखा जा रहा है.