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बिलासपुर: धान खरीदी मामला, हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 2 हफ्ते बाद

पेंड्रा मरवाही के किसान संभू प्रसाद शर्मा ने मरवाही में टोकन वितरण के बावजूद शासन के धान ना खरीदे जाने को लेकर जनहित याचिका दायर की है. याचिका में मांग की गई है कि टोकन जारी हुए किसानों से धान खरीदी की जाए.

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Published : Mar 6, 2020, 10:09 PM IST

बिलासपुर:धान खरीदी को लेकर हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई. मामले में सुनवाई के दौरान शासन ने कहा कि CM सचिव स्तर पर अपने घोषणा को लागू करने की चर्चा पर कर रहे हैं. जिसके बाद शासन ने मामले में जवाब पेश करने के लिए 2 हफ्ते का समय मांगा है. कोर्ट ने मामले में 2 हफ्ते बाद अगली सुनवाई तय की है.

बता दें कि पेंड्रा मरवाही के किसान संभू प्रसाद शर्मा ने मरवाही में टोकन वितरण के बावजूद शासन की तरफ से धान ना खरीदे जाने को लेकर जनहित याचिका दायर की है. याचिका में मांग की गई है कि टोकन जारी हुए किसानों से धान खरीदी की जाए.

गौरतलब है कि मरवाही के सिवनी में 90 से ज़्यादा किसानों का धान, बोरे की कमी की वजह से शासन ने नहीं खरीदा. हालांकि 20 फरवरी को धान खरीदी समाप्त हो चुकी है. गौरतलब है कि संभू प्रसाद केशकाल घाटी में धान खरीदी सेंटर में लाठीचार्ज के बाद शासन के किसानों के धान खरीदे जाने के फैसले को अपनी याचिका का आधार बनाया है.

संभू प्रसाद ने अपनी याचिका में कहा है कि 'जब केशकाल में धान खरीदा किया गया तो हमारा क्यों नहीं खरीदा जा सकता है'. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि प्रदेश भर में धान खरीदी ना होने के कारण किसानों के प्रदर्शनों को देखते हुए CM भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि जिन किसानों को टोकन दिया गया है उनका धान खरीदा जाएगा.

बिलासपुर:धान खरीदी को लेकर हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई. मामले में सुनवाई के दौरान शासन ने कहा कि CM सचिव स्तर पर अपने घोषणा को लागू करने की चर्चा पर कर रहे हैं. जिसके बाद शासन ने मामले में जवाब पेश करने के लिए 2 हफ्ते का समय मांगा है. कोर्ट ने मामले में 2 हफ्ते बाद अगली सुनवाई तय की है.

बता दें कि पेंड्रा मरवाही के किसान संभू प्रसाद शर्मा ने मरवाही में टोकन वितरण के बावजूद शासन की तरफ से धान ना खरीदे जाने को लेकर जनहित याचिका दायर की है. याचिका में मांग की गई है कि टोकन जारी हुए किसानों से धान खरीदी की जाए.

गौरतलब है कि मरवाही के सिवनी में 90 से ज़्यादा किसानों का धान, बोरे की कमी की वजह से शासन ने नहीं खरीदा. हालांकि 20 फरवरी को धान खरीदी समाप्त हो चुकी है. गौरतलब है कि संभू प्रसाद केशकाल घाटी में धान खरीदी सेंटर में लाठीचार्ज के बाद शासन के किसानों के धान खरीदे जाने के फैसले को अपनी याचिका का आधार बनाया है.

संभू प्रसाद ने अपनी याचिका में कहा है कि 'जब केशकाल में धान खरीदा किया गया तो हमारा क्यों नहीं खरीदा जा सकता है'. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि प्रदेश भर में धान खरीदी ना होने के कारण किसानों के प्रदर्शनों को देखते हुए CM भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि जिन किसानों को टोकन दिया गया है उनका धान खरीदा जाएगा.

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