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बिलासपुर रेलवे जोन का नया रिकॉर्ड, 'सुपर एनाकोंडा' के बाद 'शेषनाग' ने भरी हुंकार - secr railway zone

SECR बिलासपुर मंडल ने एकबार फिर देश में पहली बार 'शेषनाग' को रन कराकर रिकॉर्ड स्थापित किया है. गुरुवार को 4 खाली रैक को एक साथ संयोजित करके नागपुर डिवीजन से बिलासपुर डिवीजन तक परिचालन किया गया. इसे कोरबा तक चलाया गया.

New record of Bilaspur railway zone
बिलासपुर रेलवे जोन का नया रिकॉर्ड
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Published : Jul 3, 2020, 3:34 AM IST

Updated : Jul 3, 2020, 1:22 PM IST

बिलासपुर : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल ने एकबार फिर देश में रिकॉर्ड स्थापित किया है. मंडल ने ट्रिपल लॉन्ग हाल रैक का पहली बार सफलतापूर्वक संचालन कर कीर्तिमान स्थापित किया था. जिसके बाद अब 4 खाली रैक को एक साथ संयोजित करके नागपुर डिवीजन से बिलासपुर डिवीजन तक परिचालन किया गया, जिसे कोरबा तक चलाया गया. इस सुपर लॉन्ग हाॅल रैक का नाम 'शेषनाग' दिया गया है. इसमें 251 वैगन थे और लंबाई करीब 3 किलोमीटर की थी.

फ्रेट ट्रेनों के संचालन समय को कम करने, क्रू-स्टाफ की बचत और उपभोक्ताओं को तुरंत डिलीवरी प्रदान करने को लेकर लगातार सुपर एनाकोंडा गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है. नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए 29 जून को तीन लोडेड मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर ट्रिपल लॉन्ग हॉल सुपर एनाकोंडा गाड़ी का परिचालन किया गया था.

'सुपर एनाकोंडा' के बाद 'शेषनाग' ने भरी हुंकार

इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए 2 जुलाई को मंडल के नागपुर स्टेशन से बिलासपुर स्टेशन के लिए लॉन्ग हाल रैक रवाना की गई. गुरुवार को 251 वैगनों को जोड़कर, इस लॉन्ग हाॅल रैक को चलाया गया. इस प्रक्रिया में केवल 1 लोको पायलट, 1 सहायक लोको पायलट और 1 गार्ड की आवश्यकता पड़ी.

पढ़ें-जब चली सुपर एनाकोंडा, तीन लोडेड मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर ट्रैक पर दौड़ाया

ट्रिपल लॉन्ग हॉल रैक में 1 लोको पायलट, 1 सहायक लोको पायलट और 1 गार्ड के साथ इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. ट्रिपल लॉन्ग हॉल रैक के परिचालन से क्रू-स्टाफ की बचत, रेलवे ट्रैक का सही इस्तेमाल और उपभोक्ताओं को तुरंत डिलीवरी प्राप्त हो रही है. इस तरह यह सराहनीय पहल सभी तरीके से लाभकारी साबित हो रही है. यह पहली बार है जब देश में तीन किलोमीटर लंबी ट्रेन दौड़ाई गई है.

बिलासपुर : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल ने एकबार फिर देश में रिकॉर्ड स्थापित किया है. मंडल ने ट्रिपल लॉन्ग हाल रैक का पहली बार सफलतापूर्वक संचालन कर कीर्तिमान स्थापित किया था. जिसके बाद अब 4 खाली रैक को एक साथ संयोजित करके नागपुर डिवीजन से बिलासपुर डिवीजन तक परिचालन किया गया, जिसे कोरबा तक चलाया गया. इस सुपर लॉन्ग हाॅल रैक का नाम 'शेषनाग' दिया गया है. इसमें 251 वैगन थे और लंबाई करीब 3 किलोमीटर की थी.

फ्रेट ट्रेनों के संचालन समय को कम करने, क्रू-स्टाफ की बचत और उपभोक्ताओं को तुरंत डिलीवरी प्रदान करने को लेकर लगातार सुपर एनाकोंडा गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है. नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए 29 जून को तीन लोडेड मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर ट्रिपल लॉन्ग हॉल सुपर एनाकोंडा गाड़ी का परिचालन किया गया था.

'सुपर एनाकोंडा' के बाद 'शेषनाग' ने भरी हुंकार

इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए 2 जुलाई को मंडल के नागपुर स्टेशन से बिलासपुर स्टेशन के लिए लॉन्ग हाल रैक रवाना की गई. गुरुवार को 251 वैगनों को जोड़कर, इस लॉन्ग हाॅल रैक को चलाया गया. इस प्रक्रिया में केवल 1 लोको पायलट, 1 सहायक लोको पायलट और 1 गार्ड की आवश्यकता पड़ी.

पढ़ें-जब चली सुपर एनाकोंडा, तीन लोडेड मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर ट्रैक पर दौड़ाया

ट्रिपल लॉन्ग हॉल रैक में 1 लोको पायलट, 1 सहायक लोको पायलट और 1 गार्ड के साथ इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. ट्रिपल लॉन्ग हॉल रैक के परिचालन से क्रू-स्टाफ की बचत, रेलवे ट्रैक का सही इस्तेमाल और उपभोक्ताओं को तुरंत डिलीवरी प्राप्त हो रही है. इस तरह यह सराहनीय पहल सभी तरीके से लाभकारी साबित हो रही है. यह पहली बार है जब देश में तीन किलोमीटर लंबी ट्रेन दौड़ाई गई है.

Last Updated : Jul 3, 2020, 1:22 PM IST
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