बिलासपुरः जिले में बढ़ते संक्रमण के बीच जिला प्रशासन कोविड से निपटने के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है. रतनपुर और कोटा में नए कोविड केयर सेंटर तैयार किए जा रहे है. रविवार को कलेक्टर ने इस निर्माणाधीन कोविड सेंटरों का जायजा लिया. कलेक्टर सारांश मित्तर ने मीडिया को बताया कि मात्र 10 दिन के भीतर रतनपुर के लखनी देवी मंदिर परिसर में एक बड़े कोविड अस्पताल का निर्माण पूरा कर लिया गया है. वहीं कोटा विकासखंड में सीवी रमन यूनिवर्सिटी परिसर में भी कोविड केयर सेंटर का निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा.
जिले में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की कोशिश
बिलासपुर कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर जिले में हर दिन ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं. जिला प्रशासन लगातार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने में जुटी हुई है. इसके लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है. कलेक्टर ने कहा कि कम समय में जिले में कोरोना पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए अधिक से अधिक ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास जारी है. उन्होंने बताया कि कोटा के सीवी रमन यूनिवर्सिटी परिसर में तैयार किए जा रहे 20 बेड के कोविड केयर सेंटर में 10 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी. वहीं लखनी देवी मंदिर परिसर में 30 बिस्तरों के कोविड केयर सेंटर में 10 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मौजूद रहेगी.
कोविड हॉस्पिटल गीदम में शुरू हुआ ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट
कलेक्टर ने कोविड सेंटरों का लिया जायजा
कलेक्टर ने इन कोविड सेंटरों के प्रभारी और अन्य अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली. कलेक्टर ने निर्माणधीन कोविड अस्पताल परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि इन सेंटरों पर 3 दिनों के भीतर मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा. यहां ऑक्सीजन बेड के साथ-साथ 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की व्यवस्था की गई है. कलेक्टर ने यहां मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता, बिजली बैकअप और अन्य आवश्यक चीजों की जानकारी ली. इस दौरान कलेक्टर सारांश मित्तर ने अधिकारियों को कई दिशा नर्देश दिए गए. निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, एसडीएम तुलाराम भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.