बिलासपुर: कांग्रेस ने सदस्यता अभियान के जरिए 2023 के चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में बिलासपुर संभाग स्तरीय डिजिटल सदस्यता अभियान को लेकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. यहां डिजिटल माध्यम से नए सदस्य बनाने के साथ सरकार की योजनाओं, नीतियों को जनता तक पहुंचाने व संगठनात्मक रूप से पार्टी की गतिविधियां आगे बढ़ाने पर जोर दिया (Congress membership campaign training program in Bilaspur) गया.
डिजिटल माध्यम से सदस्य बनाने के टिप्स
आगामी चुनाव और संगठनात्मक रूप से पार्टी को मजबूत करने को प्रदेश में 10 लाख कांग्रेस के नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है. इसी को लेकर प्रदेश भर में संभाग स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर अभियान को गति देने का काम किया जा रहा है. बिलासपुर में संभाग स्तरीय डिजिटल सदस्यता अभियान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, रायगढ़ और गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के करीब 500 जोन प्रभारी व ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हुए. यहां पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, प्रदेश सह प्रभारी चंदन यादव, प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, डिजिटल मेंबरशिप के ट्रेनर विशाल मीणा सहित अन्य दिग्गज नेताओं ने मौजूदगी में सभी जोन प्रभारियों व ब्लॉक अध्यक्षों को डिजिटल माध्यम से सदस्य बनाने के टिप्स दिए गए.
फरवरी तक होगा लक्ष्य पूरा
इस दौरान मीडिया से मुखातिब हो पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने बताया कि प्रदेश में 10 लाख कांग्रेस के नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें मैनुअली माध्यम से अब तक 4 लाख सदस्य बनाए जा चुके हैं. ऐसे में सदस्यता अभियान को और गति देने के लिए डिजिटल मेंबरशिप शुरू किया गया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा नए सदस्य बनाए जा सके. मेंबरशिप के लिए 31 मार्च तक का समय निर्धारित किया गया है लेकिन प्रदेश में फरवरी के अंत तक ही कांग्रेस अपने लक्ष्य तक पहुंचने जा रही है.
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2023 के चुनाव की तैयारी शुरू
सदस्यता अभियान के बाद संगठन की चुनावी प्रक्रिया शुरू होगी. संगठन के चुनाव होंगे. जिसके बाद अप्रैल माह से नए सिरे से 2023 के चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी. इसे लेकर भी संभाग का दौरा कर फीडबैक लिया जा रहा है. जो कमियां हैं उन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में सरकार बेहतर काम कर रही है. उनकी उपलब्धियां, नीतियां, योजना को लेकर हम कार्यकर्ताओं के माध्यम से फिर से चुनाव की में उतरने जा रहे हैं.
नक्सलाइट मूवमेंट हुए हैं कम
भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों में उन्होंने जवाब देते हुए बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दो हजार अट्ठारह के बाद छत्तीसगढ़ में नक्सलाइट मूवमेंट कम होने की पुष्टि की है. इससे यह साबित होता है कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तब से छत्तीसगढ़ में नक्सलाइट मूवमेंट में कमी आई है. हमारे पुलिस के जवान और अलग-अलग कंपनियों के जवान जिस तरह मोर्चा संभाले हुए हैं, उससे आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में नक्सलाइट मोमेंट पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे.