बिलासपुर: धुमाल पार्टी के संचालकों ने अन्य व्यवसायों की तरह उन्हें भी नियमों के दायरे में रखकर ऑर्डर लेने की अनुमति देने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर सारांश मित्तर को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में संचालकों ने सारे नियमों के साथ धुमाल पार्टी का संचालन करने की अनुमति मांगी है.
ज्ञापने देने आए संचालकों ने बताया कि एक धुमाल की टीम में करीब 40 से 50 सदस्य होते हैं. जो ढोल बजाने का काम करते हैं. करीब 3 महीनों से हुए लॉकडाउन के कारण संचालकों के पास इन सदस्यों का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं. संचालकों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है, इसलिए संचालकों ने कलेक्टर से कोई न कोई उपाय करने की मांग की है.
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शादी के सीजन में रहती है डिमांड
शहर में करीब 20 धुमाल पार्टी की टीम है. शुभ अवसर जैसे शादी, बारात या अन्य उत्सव और दूसरे खुशी के मौके पर इनकी अच्छी खासी डिमांड होती है, लेकिन लॉकडाउन से लेकर अब तक सभी संचालक फिलहाल रोजगार की समस्याओं से जूझ रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान शादी का पूरा सीजन चला गया. जिसमें इनकी पूरी कमाई होती है. ऐसे में संचालक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कोरोना संक्रमण के कारण बंद पड़े व्यवसाय से अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में कलेक्टर को अवगत कराया. साथ ही कलेक्टर से धुमाल के संचालन के लिए अनुमति मांगी.
नियमों के दायरे रहकर धुमाल बजाने की मांग
कलेक्टोरेट पहुंचकर धुमाल पार्टी के सभी सदस्यों ने नियमों के दायरे में रहकर धुमाल बजाने की अनुमति प्रशासन से मांगी है, ताकि उनकी रोजी-रोटी चल सके.