बिलासपुर: 25 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहा है. हर साल नवरात्रि के मौके पर रतनपुर के महामाया मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगता है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते महामाया मंदिर में चैत्र नवरात्र के कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. एक स्थान पर लाखों लोगों के इकट्ठा होने से संक्रमण की आशंका बढ़ती है. यही कारण है कि इस बार यहां एहतियातन मंदिर ट्रस्ट ने चैत्र नवरात्र में महामाया मंदिर के सभी कार्यक्रमों को रद्द करने की घोषणा की है.
इसके तहत रविवार को महामाया ट्रस्ट की बैठक में ऐसे कई फैसले लिए गए हैं. इस वर्ष बेहद सादगी से नवरात्र का पर्व मनाया जाएगा. नवरात्रि के दौरान होने वाले जस गीत, माता सेवा, भागवत कथा और आम भंडारे के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है.
लाखों की संख्या में रतनपुर आते हैं श्रद्धालु
हर वर्ष महा सप्तमी और कालरात्रि पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पदयात्रा करते हुए रतनपुर आते हैं, लेकिन इस बार इसमे में भी कटौती की गई है. महा सप्तमी पर रात 12 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. आयोजन के दौरान एनसीसी और स्काउट गाइड के बच्चे आयोजन में सहयोग करते हैं, इन्हें भी आयोजन से अलग कर दिया गया है. नवरात्र पर परिसर में लगने वाले मेले का अपना आकर्षण है, लेकिन एहतियात के तौर पर इस बार रतनपुर में मेला नहीं लगेगा. वही मंदिर प्रवेश मार्ग पर लगने वाले सभी नारियल और प्रसाद की दुकानें भी नवरात्र पर पूरी तरह बंद रहेंगी.
जिन दर्शनार्थियों को सर्दी-खांसी है वह न आएं रतनपुर
ट्रस्ट ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि 'अगर संभव हो तो वे नवरात्र पर रतनपुर न आएं, अगर फिर भी दर्शन करना जरूरी है, तो सभी दर्शनार्थियों के लिए अनिवार्य किया गया है कि वे मंदिर प्रवेश करने से पहले सैनिटाइजर और साबुन से हाथ धोने के बाद ही मंदिर में प्रवेश करें. जिन दर्शनार्थियों को सर्दी खांसी या बुखार जैसी कोई समस्या है, उनसे अपील की गई है कि वे दूसरों का ख्याल रखते हुए रतनपुर न आएं'.
महामाया मंदिर ट्रस्ट परिसर में लगाएगा LED
कोरोना वायरस के डर से इस बार महामाया मंदिर ट्रस्ट ने परिसर में स्थित सभी कुंड में स्नान को भी पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं मंदिर में दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों में भी पर्याप्त दूरी बनाकर उन्हें मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. महामाया मंदिर ट्रस्ट ने इस बार परिसर में तीन बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन लगाने का फैसला लिया है, जिससे दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश के बिना ही एलईडी पर मां महामाया के दर्शन कर सकेंगे. इस वर्ष कोरोना वायरस का असर मनोकामना ज्योति कलश पर भी पड़ सकता है. मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे की नहीं इसको अंतिम फैसले के लिए कलेक्टर पर छोड़ दिया गया है.