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बिलासपुर: धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रहा निम्न स्तर का बारदाना, किसान हो रहे परेशान

छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से शुरू हुई धान खरीदी में लगातार समस्याएं सामने आ रही हैं. बिलासपुर के खरीदी केंद्रों में निम्न स्तर का बारदाना समस्या का कारण बना हुआ है. मोपका धान खरीदी केंद्र में फटे हुए बारदाने से किसान परेशान हैं.

Paddy Procurement Center at bilaspur
धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रहा निम्न स्तर का बारदाना
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Published : Dec 7, 2020, 4:12 AM IST

Updated : Dec 7, 2020, 2:14 PM IST

बिलासपुर: 1 दिसंबर से पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू की जा चुकी है, लेकिन आए दिन समस्या भी सामने आ रही है. इन दिनों जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से चल रही है, लेकिन फटे बारदाने के कारण किसान परेशान नजर आ रहे हैं. हालात ये हैं कि धान के तौल के समय ही कई बारदाना घटिया क्वॉलिटी के होने के कारण फट रहे हैं. जिसके कारण मजदूर और किसान दोनों परेशान हो रहे हैं. साथ ही धान का भी नुकसान हो रहा है.

धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रहा निम्न स्तर का बारदाना

पढ़ें: रायपुर: धान खरीदी, बारदाना और फसलों के नुकसान को लेकर कैबिनेट में चर्चा संभव

किसान अशोक कुमार का कहना है कि फटे बोरे के कारण परेशानी हो रही है. कई बार तौल करना पड़ रहा है, लेकिन फटे बोरे को सिलने के बाद भी स्थिति खराब है. मोपका धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक शीतल कश्यप का कहना है नया बारदाना मात्र ढाई हजार मिला है. पुराना बारदाना भी आया है, लेकिन उनमें फटे बारदाने शामिल हैं. बारदानों की भारी कमी है. ऐसे में फटे बारदानों से काम चलाना पड़ रहा है.

Low level of gunny bags
निम्न स्तर का बारदाना

पढ़ें: दंतेवाड़ा: शासकीय उचित मूल्य की दुकान में खाली बारदाने जमा नहीं किए जाने पर निलंबन की कार्रवाई

पूरे प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में खरीदी शुरू होने से पहले ही बारदानों की कमी की बात सामने आ गई थी. हालांकि तब भी प्रशासन ने दावा किया था कि इस कमी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन ऐसा लगता है कि खरीदी के लक्ष्य को पूरा करने के दबाव में आनन-फानन में घटिया बारदानों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है.

पढ़ें: 'बीजेपी का बारदाना पीएम मोदी को भेजेंगे, कहेंगे 2500 रुपए प्रति क्विंटल खरीदें धान'

उठाव की समस्या

पुराने धान के उठाव की समस्या भी बनी हुई है. जिले में कुल 1 लाख 36 हजार टन धान का उठाव संग्रहण केंद्रों से अब तक नहीं हो पाया है. मोपका, भरनी, सेमरताल, बिल्हा प्रमुख केंद्रों के अलावा कुल 124 केंद्रों में धान खरीदी की प्रक्रिया धीमी चाल से शुरू हो चुकी है. बिलासपुर जिले में इस बार 6 नए केंद्र बनाए गए हैं. बिलासपुर जिले के लिए इस बार 1 लाख 5 हजार 535 किसानों का पंजीयन हुआ है. जिले में इस बार करीब 47 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य बनाया गया है.

बिलासपुर: 1 दिसंबर से पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू की जा चुकी है, लेकिन आए दिन समस्या भी सामने आ रही है. इन दिनों जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से चल रही है, लेकिन फटे बारदाने के कारण किसान परेशान नजर आ रहे हैं. हालात ये हैं कि धान के तौल के समय ही कई बारदाना घटिया क्वॉलिटी के होने के कारण फट रहे हैं. जिसके कारण मजदूर और किसान दोनों परेशान हो रहे हैं. साथ ही धान का भी नुकसान हो रहा है.

धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रहा निम्न स्तर का बारदाना

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किसान अशोक कुमार का कहना है कि फटे बोरे के कारण परेशानी हो रही है. कई बार तौल करना पड़ रहा है, लेकिन फटे बोरे को सिलने के बाद भी स्थिति खराब है. मोपका धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक शीतल कश्यप का कहना है नया बारदाना मात्र ढाई हजार मिला है. पुराना बारदाना भी आया है, लेकिन उनमें फटे बारदाने शामिल हैं. बारदानों की भारी कमी है. ऐसे में फटे बारदानों से काम चलाना पड़ रहा है.

Low level of gunny bags
निम्न स्तर का बारदाना

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पूरे प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में खरीदी शुरू होने से पहले ही बारदानों की कमी की बात सामने आ गई थी. हालांकि तब भी प्रशासन ने दावा किया था कि इस कमी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन ऐसा लगता है कि खरीदी के लक्ष्य को पूरा करने के दबाव में आनन-फानन में घटिया बारदानों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है.

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उठाव की समस्या

पुराने धान के उठाव की समस्या भी बनी हुई है. जिले में कुल 1 लाख 36 हजार टन धान का उठाव संग्रहण केंद्रों से अब तक नहीं हो पाया है. मोपका, भरनी, सेमरताल, बिल्हा प्रमुख केंद्रों के अलावा कुल 124 केंद्रों में धान खरीदी की प्रक्रिया धीमी चाल से शुरू हो चुकी है. बिलासपुर जिले में इस बार 6 नए केंद्र बनाए गए हैं. बिलासपुर जिले के लिए इस बार 1 लाख 5 हजार 535 किसानों का पंजीयन हुआ है. जिले में इस बार करीब 47 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य बनाया गया है.

Last Updated : Dec 7, 2020, 2:14 PM IST
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