बिलासपुर: शहर में दुर्गा विसर्जन के दौरान हंगामा हो गया. दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे समिति के लोगों पर कोतवाली पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए उनका सामान जब्त कर लिया है. कोरोना संक्रमण और सरकार की गाइडलाइन को देखते हुए इस बार शहर की ज्यादातर दुर्गोत्सव समितियों ने छोटे पैमाने पर दुर्गा पूजा की. जिसके बाद मंगलवार देर शाम विसर्जन का दौर शुरू हुआ.
मंगलवार की शाम को 3 समितियों पर नियम भंग करने का आरोप लगाते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने समिति के सदस्यों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस कार्रवाई से नाराज होकर भीड़ ने सिटी कोतवाली थाने पर पथराव कर दिया.
डीजे बजाने को लेकर हुआ विवाद
तेलीपारा के पास स्थापित चंद्रशेखर आजाद दुर्गा उत्सव समिति की झांकी सबसे पहले निकली. इसके पीछे ही तेलीपारा अजीत होटल के पास की नवीन दुर्गा उत्सव समिति की झांकी भी पहुंची. उसके ठीक पीछे नवीन बालक दुर्गा उत्सव समिति दरबार लॉज की दुर्गा समिति भी पहुंची. इनमें से किसी के आगे धुमाल तो किसी के आगे डीजे लगा हुआ था. इसे नियम का उल्लंघन बताकर कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए डीजे और धुमाल को जब्त कर लिया. जिससे थाने में लोगों की भीड़ लग गई.
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समिति कार्यकर्ताओं को खदेड़ा
पुलिस की कार्रवाई के बाद समिति ने थाने का घेराव कर दिया. तीनों समितियों के सदस्यों की भीड़ को देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके कारण वहां भगदड़ मच गई. समिति के कार्यकर्ताओं को मार-मार कर खदेड़ा गया. जिसके बाद तीनों दुर्गा प्रतिमाएं सड़क पर ही खड़ी रह गई.
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद नियंत्रण में स्थिति
पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश था. समिति के सदस्यों का आरोप है कि दुर्गा पूजा के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे और उस पर नियंत्रण नहीं किया गया. लेकिन सीमित संख्या में विसर्जन के लिए जा रहे लोगों पर यह प्रतिबंध किया गया है. लाठीचार्ज की घटना के बाद कोतवाली थाना पुलिस छावनी में तब्दील हो गई. बाद में मामले को शांत करते हुए पुलिस ने बिना शोर-शराबे के दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कराया.