बिलासपुर : निजी अस्पताल में युवती की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. युवती के लिए न्याय और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शहरवासी एकजुट हो गए हैं. जस्टिस फाॅर नीषा सिंह के तहत शहर के सिरगिट्टी और यदुनंदन नगर चौक में बड़ी संख्या में जुटकर लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. आंदोलन में जुटे लोगों ने मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए अपनी आवाज बुलंद की. इसमें आम आदमी के अलावा कई सामाजिक संस्था के लोग भी शामिल हुए.
बता दें कि बिलासपुर के टिकरापारा निवासी 23 वर्षीय निशा सिंह की मौत अपोलो अस्पताल में हुई थी. परिवार वालों ने डॉक्टर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी के इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई. परिजनों ने पहले ज्ञापन देकर स्वास्थ्य मंत्री से जांच की मांग की थी और इस मामले में सरकंडा थाना का घेराव कर संवंधित डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए शिकायत भी दर्ज की गई थी.
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इस मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी प्रमोद महाजन ने 2 सदस्य डॉक्टरों की टीम गठित की है, जो पूरे मामले की जांच कर रही है. बीते दिनों सीएमएचओ ने मामले से जुड़े सभी दस्तावेज मंगाए थे. बता दें कि टिकरापारा में रहने वाले विजय सिंह की बेटी निशा सिंह को एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए अपोलो भर्ती कराया गया था. ऑपरेशन के बाद लगभग ठीक हो चुकी निशा सिंह की जबरन प्लास्टिक सर्जरी करने का दवाब परिवार पर डाला गया था. प्लास्टिक सर्जरी के बाद लगातार निशा की तबीयत बिगड़ती गई और फिर निशा ने दम तोड़ दिया था. परिजनों ने लापरवाही पूर्वक इलाज का आरोप लगाया है और संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.