बिलासपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों को सुविधा पहुंचाने के लिए लगातार विकास कार्य कर रही है. इसके तहत रेलवे की ओर से समपार फाटकों (लेवल क्रॉसिंग गेट) को बंद कर अंडरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. कुछ साल पहले रेलवे ने तारबाहर अंडर ब्रिज का काम किया था. लेकिन इस अंडरब्रिज में तकनीकी दिक्कत पैदा हो गई थी, जिसे सुधार कर रेलवे फिर से इस अंडरब्रिज को बना रहा है.
बता दें कि पहले अंडरब्रिज का निर्माण महीनों तक चलता था. लेकिन अब इस काम को नए तकनीक से कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाता है. आइए हम आपको बताते हैं कि रेलवे किस तकनीक से महीनों के काम को कुछ ही दिनों में पूरा कर लेती है. दरअसल, इस प्रोसेस का नाम है "कट एंड कवर मेथड." इसी मेथड से ब्रिज निर्माण का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाता है.
रेलवे की गलती आई सामने: बिलासपुर तारबाहर अंडरब्रिज के निर्माण के बाद लगभग 15 गांव के लाखों लोगों को रोज के जाम और रेलवे फाटक खुलने के इंतजार से मुक्ति मिल जाएगी. बिलासपुर की ओर से सिरगिट्टी की ओर जाने वाले सड़क पर रेलवे लाइन में कई साल पहले अंडरब्रिज का निर्माण हुआ था. लेकिन रेलवे की बड़ी गलती इस अंडर ब्रिज निर्माण के बाद सामने आई. रेलवे ने अंडरब्रिज निर्माण तो कराया लेकिन दो रेलवे लाइन को छोड़ दिया, जिससे अंडरब्रिज से निकलने वाले लाखों लोगों को फाटक बंद होने से परेशानी होती थी.
लोगों हो हुई दिक्कतें: तारबहार से सिरगिट्टी के बीच रेलवे लाइन होने की वजह से कई सालों तक लोगों को फाटक बंद होने की समस्या से जूझना पड़ता है. लंबे समय की मांग के बाद कुछ साल पहले रेलवे ने यहां अंडर ब्रिज का निर्माण कराया. निर्माण के बाद रेलवे की बड़ी खामी नजर आई. रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण के दौरान दो रेल पटरियों को अंडर ब्रिज में लेना भूल गया. यही कारण था कि लोग तारबाहर से अंडर ब्रिज में प्रवेश करते और बाहर निकलते तो उन्हें दो रेल लाइन पार करना पड़ता था. इस लाइन में हजारों लोगों की भीड़ दोनों तरफ जमा हो जाती थी. फाटक बंद होने की वजह से बड़ी समस्या होती थी.
जनता ने की प्रशासन से मांग: इन समस्याओं को देखते हुए स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की. जनता की मांग को देखते हुए रेल प्रशासन ने यहां अंडर ब्रिज निर्माण का काम शुरू कर दिया है. निर्माण होने के बाद लगभग 15 गांव के लाखों लोगों की समस्या खत्म हो जाएगी. अंडर ब्रिज निर्माण तेजी से किया जा रहा है. इसमें काम चल रहा है, जिसे अंडर ब्रिज जल्द ही तैयार हो जाएगी.
"कट एंड कवर मेथड में ब्लॉक दूसरे स्थान पर तैयार किए जाते हैं. ब्लॉक तैयार होने के बाद इन्हें एक जगह जमा कर लिया जाता है. अंडर ब्रिज बनाने वाले जगह पर पहले रेल लाइन को क्रेन के माध्यम से उठा लिया जाता है. इसके बाद खुदाई करने के बाद इसे साफ कर ब्लॉक को रख दिया जाता है. फिर जोड़ने की प्रक्रिया की जाती है. कुछ ही दिनों में अंडर ब्रिज का काम पूरा हो जाता है." -साकेत रंजन, सीपीआरओ
ऐसे होता है कुछ ही दिनों में काम पूरा: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने जानकारी दी कि पहले की तुलना में देश में कुछ ही स्थानों में अब समपार फाटक रह गए हैं. ज्यादातर समपार फाटक की जगह अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है. इसके निर्माण में पहले महीनों का समय लगता था. इस वजह से ट्रेनों को कैंसिल कर इसका निर्माण किया जाता था. लेकिन अब समपार फाटक की जगह अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाता है. कट एंड कवर मेथड से अंडर ब्रिज का निर्माण अब आसान हो गया है.