बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोरोना इस बार भयावह रूप ले चुका है. जिले में हर दिन कोरोना विस्फोट जैसी स्थिति बन रही है. हर दिन का आंकड़ा बीते दिनों के आंकड़ों से ज्यादा आ रहा है. ऐसे में कोरोना से बचने के लिए जरूरी एहतियात के साथ मेडिकल किट और दवाइयों की आवश्यकता बढ़ गई है. हालांकि जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि बिलासपुर में ऑक्सीजन और दवाइयों की कोई कमी नहीं है.
तय टारगेट से डेढ़ गुना सैंपलिंग
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक बिलासपुर में ऑक्सीजन सिलेंडर और बेड की भी कोई कमी है. हालांकि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए कुछ विशेष सावधानियां भी बरती जा रही है. सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) के मुताबिक अब रोज टीकाकरण के तय लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है. गुरुवार को 22 हजार 700 लोगों का टीकाकरण किया गया. कोरोना टेस्ट को लेकर भी जिले में जागरूकता देखी जा रही है. गुरुवार को तय टारगेट से डेढ़ गुना अधिक लोगों ने अपना सैंपल दिया है.
ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं
बिलासपुर जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर की बात करें तो यहां फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नजर नहीं आ रही है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में अलग-अलग अस्पतालों के कुल आईसीयू मिलाकर 2 हजार से अधिक बेड के लिए फिलहाल ऑक्सीजन की सप्लाई सामान्य रूप से जारी है. बिलासपुर के तिफरा स्थित ऑक्सीजन प्लांट से जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन की पूर्ति हो रही है.
प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए अलर्ट
सीएमएचओ डॉ प्रमोद महाजन ने बताया कि एहतियात के तौर पर रायपुर से 300 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाया जा रहा है. इसे लेकर एक डिमांड लेटर दिया गया है. आनेवाले 1 से 2 दिनों में जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर का स्ट्रेंथ और ज्यादा बढ़ जाएगा. फिलहाल जिले में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी जनहानि जैसी स्थिति नहीं बनी है. डॉ महाजन ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान ऑक्सीजन की उपलब्धता बहुत मायने रखता है. मरीजों के ऑक्सीजन लेवल को बारबार चेक भी किया जाता है. इसके अलावा कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एहतियातन 2710 बेडवाले प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. जरूरत पड़ने पर इनके बेड को जिला प्रशासन अपने अधीन ले सकती है. इन 2710 बेड में 1350 बेड को ऑक्सीजन बेड के लिए रखा जाएगा.
होम आइसोलेशन के लिए अलग गाइडलाइन
कोरोना के होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जरूरी गाइडलाइंस जारी किया गया है. मरीजों को आवश्यक रूप से ऑक्सीमीटर रखने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे ऑक्सीजन सेचुरेशन की लगातार जांच होती रहे. सामान्य स्थिति में 94 या उससे अधिक ऑक्सीजन सेचुरेशन होनी चाहिए.
इस महीने जिले में कोरोना संक्रमण के केस
- 1 अप्रैल-309
- 2 अप्रैल-224
- 3 अप्रैल-337
- 4 अप्रैल-283
- 5 अप्रैल-492
- 6 अप्रैल-545
- 7 अप्रैल-594
- 8 अप्रैल-638
- 9 अप्रैल-687
जिले में कोविड टीका की उपलब्धता सामान्य होने पर हर दिन टीकाकरण के तय लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है. गुरुवार को 22 हजार 700 लोगों का टीकाकरण किया गया. कोरोना टेस्ट को लेकर भी जिले में जागरूकता देखी जा रही है. शुक्रवार को भी तय टारगेट से डेढ़ गुना अधिक लोगों ने अपना सैंपल दिया.