बिलासपुर: शहर के बाहरी क्षेत्र सकरी बाईपास ब्रिज के नीचे 2 दिन पहले हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. history sheeter shoot out in bilaspur यह हत्या सोची समझी साजिश और तगड़ी फील्डिंग कर की गई थी. bilaspur crime news अब तक मिली जानकारी के अनुसार हत्यारे मृतक संजीव त्रिपाठी की लंबे समय से रैकी कर रहे थे. जिसके बाद मौका मिलते ही उसे बीच रास्ते में रोककर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी. पोस्टमार्टम की शार्ट रिपोर्ट से पता चला है कि मृतक के शरीर से चार गोलियां निकाली गईं. कुछ गोलियां उसके शरीर में ही फंसी हुई है. जिसे मृतक के दाह संस्कार के बाद राख से निकाली जाएगी. bilaspur property dispute
"दत्तक पुत्री के साथ अवैध संबंध का मामला": पुलिस के हालिया में किए गए खुलासे सामने आया है कि मृतक और उसके पिता का अपने दत्तक पुत्री के साथ अवैध संबंध था. पुलिस ने जानकारी दी है कि संपत्ति और अवैध संबंध की वजह से हिस्ट्रीशीटर की हत्या की गई है. इस पूरे हत्याकांड में लगभग 10 से ज्यादा लोग शामिल हैं. जिनमे कई फरार है.
पिता और भाई ने रची हत्या की साजिश: पुलिस की जांच और मामले में निकल रही जानकारी के आधार पर माना जा रहा है कि इस हत्याकांड को मृतक के पिता और भाई ने मिलकर साजिश रच कर हत्या करवाई है. मामले में जानकारी मिली है कि वारदात से एक दिन पहले मृतक हिस्ट्रीशीटर का भाई कपिल त्रिपाठी ने जिस गाड़ी को किराए में लिया था. उसमें शार्प शूटर घूम रहे थे. वह दुर्ग भिलाई में लावारिस हालत में पुलिस को मिली है.
बाहर से शार्प शूटर बुलाए गए: पुलिस इस हत्याकांड की जिस दिशा में जांच कर रही है. उसके आधार पर माना जा रहा है कि हत्या के लिए महीनों से मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी और पिता जय नारायण त्रिपाठी साजिश रच रहे थे. वे हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बाहर से शार्प शूटर भी बुलाए थे. जिन्होंने हत्याकांड को अनजाम दिया. पुलिस की जांच में यह बात भी खुलकर पता चला कि जायदाद को लेकर लंबे समय से दोनों भाइयों के बीच विवाद चल रहा था. जस पर पिता छोटे बेटे कपिल त्रिपाठी के तरफ थे. यही कारण है कि संजीव त्रिपाठी अपने परिवार से अलग होकर दूसरे जगह रह रहा था. वह पिता और भाई से आए दिन वह विवाद करता था.
मृतक ने भाई पर किया था हमला: मृतक संजीव त्रिपाठी और उसके भाई कपिल त्रिपाठी के बीच लंबे समय से जायदाद के बंटवारा को लेकर विवाद चल रहा था. कुछ महीने पहले संजीव त्रिपाठी ने अपने पैतृक मकान पहुंचकर भाई कपिल त्रिपाठी पर प्राणघातक हमला किया था. मृतक ने कपिल के सिर पर फरसे से वार कर घायल कर दिया था, और फरार हो गया था. उसके बाद कपिल लंबे समय तक अस्पताल में अपना इलाज कराकर कुछ समय पहले ही ठीक हुआ है.
करोड़ों की प्रॉपर्टी बनी दुश्मनी का कारण: हिस्ट्रीशीटर मृतक संजीव त्रिपाठी और उसके भाई कपिल त्रिपाठी जायदाद को लेकर एक दूसरे से दुश्मनी रखे हुए थे. पिता की कमाई हुई और पैतृक संपत्ति शहर के कई अलग अलग इलाकों में स्थित है. यह संपत्ति आज के बाजार मूल्य में करोड़ों रुपए की है. इसी संपत्ति के बंटवारे को लेकर मृतक हिस्ट्रीशीटर का विवाद भाई और पिता से चल रहा था. बताया जा रहा है कि बाईपास रोड के किनारे करोड़ों की जमीन है. जिसका मुआवजा करोड़ों में मिलने वाला था. इसी के बंटवारे को लेकर दोनों भाइयों में विवाद हुआ था. तब मृतक हिस्ट्रीशीटर संजीव त्रिपाठी ने भाई पर प्राणघातक हमला किया था.
संपत्ति संबंधी विवाद:पुलिस संपत्ति संबंधी विवाद पहलू पर भी जांच कर रही है. बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि "जांच के दौरान जानकारी मिल रही है कि पैतृक संपत्ति को लेकर दोनों भाइयों में विवाद चल रहा था. विवाद में संजीव त्रिपाठी ने भाई पर हमला भी किया था. पुलिस के अब तक जांच और कार्रवाई पर यह बात साबित हो गई है कि इस पूरे हत्याकांड की साजिश मृतक हिस्ट्रीशीटर के भाई कपिल श्रीपाठी ने रची है. जिसका साथ उसका पिता दे रहा था. पुलिस धीरे धीरे सभी गुत्थी सुलझा रही है.
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मृतक के कई रश्तेदारों को संदेह में पकड़ा गया:हिस्ट्रीशीटर की हत्या कांड का अनसुलझा मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. लेकिन अब तक हत्याकांड से जुड़े मास्टरमाइंड कपिल त्रिपाठी और शार्प शूटर पुलिस के हाथ नहीं लगी यही कारण है कि पुलिस इस मामले का खुलासा नहीं कर रही है हत्या के दिन से ही पुलिस ने मृतक के पिता और उसके भाई कपिल त्रिपाठी सहित कपिल के साले और पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है और इस पूछताछ में पुलिस को कई खुलासे हो रहे हैं जिसके आधार पर पुलिस आगे बढ़ रही है लेकिन आरोपी और शार्प शूटर के नही पकड़े जाने के की यह मामला अभी उलझा हुआ है.