बिलासपुर: राशन कार्ड बनाने में अनियमितता के मामले में लगी याचिका पर शासन का जवाब नहीं मिलने के बाद हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई आगामी आदेश तक टाल दी गई है. बता दें कि प्रदेश में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने परिवार के हर सदस्य के नाम पर अलग राशन कार्ड बनवाया है. वहीं कई ऐसे लोग भी हैं, जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं. इसी के चलते हाइकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें राशन कार्ड को लेकर हो रही अनीयमितताओं में सुधार करने की मांग की है.
दरअसल घरघोड़ा तहसील में राशन कार्ड बनाने के लिए एक आवेदन किया गया था, जब इस आवेदन पर पड़ताल की गई, तो संबंधित व्यक्ति के नाम पर कई राशन कार्ड जारी पाए गए. मामले की जानकारी जब रामचंद्र राठिया को लगी, तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर हाइकोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की कि, राशन कार्ड बनवाने में हो रही अनीयमितताओं की जांच की जाए. साथ ही उनमें सुधार भी किया जाए. बता दें कि जिले में ऐसे कई लोग हैं, जो राशन कार्ड के पात्र हैं, इसके बावजूद भी उनका राशनकार्ड नहीं बन पा रहा है. वहीं कई लोगों ने एक परिवार में कई लोगों के नाम से राशन कार्ड बनवा लिए हैं.
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नही मिल रहा राशन कार्ड का लाभ
इसी अनियमितता के खिलाफ रामचंद्र राठिया हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी. याचिका में राशन कार्ड के निर्माण में हुई गड़बड़ी को तुरंत सुधार करने करने की अपील की गई थी. साथ ही पात्र हितग्राहियों को नए राशन कार्ड बनाने का आदेश जारी करने और नए राशन कार्ड बनाए जाने तक याचिकाकर्ताओं को नियमित रूप से राशन प्रदान करने की मांग की गई है. इसी मामले की सुनवाई के दौरान शासन का जवाब नहीं मिलने पर हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई आगामी आदेश तक बढ़ा दी है.