बिलासपुर: शनिवार को सीबीएसई 12 वीं का कैमिस्ट्री का पेपर था. लोयोला स्कूल राजकिशोर नगर की दो छात्राओं का सेंटर महर्षि विद्या मंदिर मंगला में था. परीक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को 10 बजे तक स्कूल में प्रवेश दिए जाने की बात कही गई थी. उसके बाद 10:30 बजे से परीक्षा प्रारंभ होनी थी. लोयोला स्कूल की दोनों छात्राएं खुशी सिंह और पुर्वशी शर्मा 10 बजकर 2 मिनट पर महर्षि विद्या मंदिर पहुंची. 2 मिनट की देरी होने की बात कहते हुए छात्राओं को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया गया.
बिलासपुर में शिक्षक पर दुर्व्यवहार का आरोप: एक छात्रा के मुताबिक ''जब स्कूल के प्राचार्य से बात करने की बात कही गई तो भी किसी भी सक्षम व्यक्ति ने बात करने से साफ तौर पर मना कर दिया. जब स्कूल के अंदर जाने की कोशिश कर रहीं थीं, उसी समय स्कूल की प्राचार्य के साथ स्कूल शिक्षक अभय सिंह पहुंचे. उन्होंने हाथ पकड़ कर खींचते हुए बाहर कर दिया. हाथ उठाने की भी कोशिश की.''
स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य नहीं माने!: घटना की जानकारी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता रोहित मिश्रा अपने साथियों के साथ स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल से बात की. उन्हें समझाने और छात्राओं की भविष्य की बात भी कही गई लेकिन प्रिंसिपल अपनी बात पर अडिग रहीं. पूरे समय बच्चियां स्कूल के बाहर रोती रहीं. उनके परिजन निवेदन करते रहे लेकिन स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य पर इसका कोई असर नहीं हुआ.
बिलासपुर : छात्रों में दिख रहा कोरोना का डर, स्कूल आने से बच रहे छात्र
थाना सिविल लाइन बिलासपुर में शिकायत: छात्राओं ने उनके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर थाना सिविल लाइन बिलासपुर में एक शिकायत भी की. छात्राओं ने बताया कि हमने जिला शिक्षा अधिकारी के साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा मंत्री से भी फोन पर बात की और अपनी समस्या बताई. जिला शिक्षा अधिकारी ने सीबीएसई द्वारा संचालित परीक्षा होने के कारण अपने हाथ खड़े कर दिए. वहीं शिक्षा मंत्री से बात करने के बाद भी किसी भी तरह की राहत छात्राओं को नहीं मिल सकी.