बिलासपुर: बिलासपुर में फर्जी खाद्य निरीक्षक चयन की सूची दिखाकर एक युवक से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत बिलासपुर सरकंडा थाने में दर्ज कराया है. जिसके बाद पुलिस केस की जांच में जुट गई है.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला बिलासपुर सरकंडा थाना क्षेत्र का है. सरकंडा थाना क्षेत्र के देविका विहार के रहने वाले चंद्र प्रकाश गुप्ता की पहचान हेमंत पवार से हुई हेमंत ने बातचीत के दौरान चन्द्र प्रकाश को बताया कि वह आसानी से सरकारी नौकरी लगवा सकता है. इस पर चंद्रप्रकाश गुप्ता ने उन्हें खाद्य निरीक्षक की परीक्षा देने की जानकारी दी. तब हेमंत ने उन्हें खाद्य निरीक्षक की नौकरी लगवाने का झांसा दिया. इसके एवज में उसने 25 लाख रुपये की मांग की.
नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी: लालच में आकर चंद्रप्रकाश गुप्ता ने उन्हें तुरंत 1 लाख 50 हजार रुपए एडवांस में दे दिए. कुछ दिन बाद परीक्षा परिणाम आया. परिणाम में चंद्रप्रकाश गुप्ता का नाम शामिल नहीं था.परिक्षा परिणाम में नाम न आने पर चंद्रप्रकाश ने हेमंत से संपर्क किया, जिसके बाद हेमंत ने सिफारिश के बाद नौकरी लगवाने की बात कही. साथ ही स्कोर कार्ड चेंज करा देने का भरोसा दिया. 4 दिन बाद हेमंत ने फर्जी वेबसाइट का लिंक भी चंद्रप्रकाश के मोबाइल पर भेजा. लिंक में उसका 72वां रैक था.
खाद्य निरीक्षक की ज्वाइनिंग कराने के नाम पर ठगी: लिंक भेजने के बाद हेमंत ने चंद्रप्रकाश से बाकी रकम की मांग की. इसके बाद फर्जी चयन सूची भेज दिया. इस पर चन्द्र प्रकाश ने अलग-अलग किस्त में 23 लाख 50 हजार रुपये उसे दे दिए. हालांकि बाद में पता चला कि वह वेबसाइट फर्जी है. चंद्रप्रकाश ने जब पैसा वापस मांगा तो, हेमंत ने उससे गाली-गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया. पीड़ित ने हेमंत के खिलाफ सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. अब नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के इस केस की जांच पुलिस कर रही है.