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बिलासपुर : 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की सघन जांच, 5 नहीं उतरे खरे - chhattisgarh news

कलेक्टर डॉ. संजय अलंग के निर्देश पर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडेय ने शहर के बड़े संस्थानों और कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी जांच के लिए टीम गठित की. इसमें शहर के करीब 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की जांच की. ऐसे 15 संस्थान जहां पर फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं थी,

फायर सेफ्टी की सघन जांच
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Published : May 31, 2019, 6:13 PM IST

बिलासपुर : कलेक्टर डॉ. संजय अलंग के निर्देश पर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडेय ने शहर के बड़े संस्थानों और कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी जांच के लिए टीम गठित की है. टीम ने चारों जोन के करीब 20 बड़े संस्थानों में पहुंचकर फायर सेफ्टी की जांच की.

फायर सेफ्टी की सघन जांच

दरअसल, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव को नोडल अधिकारी और उपायुक्त मिथिलेश अवस्थी को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है. इस दौरान उन्होंने आग को लेकर बरती जा रही लापरवाही के लिए चारों जोन से पुलिस टीम गठित की. इस टीम में पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, निगम के राजस्व, नजूल और अतिक्रमण के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है.

एक जोन में 8-9 कर्मचारी और अधिकारियों की ड्यूटी फायर सेफ्टी जांच के लिए लगाई गई है. टीम ने दो पाली में शहर के करीब 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की जांच की. ऐसे 15 संस्थान जहां पर फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं थी, उन्हें 15 दिनों के भीतर फायर सेफ्टी लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

बिलासपुर : कलेक्टर डॉ. संजय अलंग के निर्देश पर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडेय ने शहर के बड़े संस्थानों और कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी जांच के लिए टीम गठित की है. टीम ने चारों जोन के करीब 20 बड़े संस्थानों में पहुंचकर फायर सेफ्टी की जांच की.

फायर सेफ्टी की सघन जांच

दरअसल, एडिशनल एसपी संजय ध्रुव को नोडल अधिकारी और उपायुक्त मिथिलेश अवस्थी को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है. इस दौरान उन्होंने आग को लेकर बरती जा रही लापरवाही के लिए चारों जोन से पुलिस टीम गठित की. इस टीम में पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, निगम के राजस्व, नजूल और अतिक्रमण के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है.

एक जोन में 8-9 कर्मचारी और अधिकारियों की ड्यूटी फायर सेफ्टी जांच के लिए लगाई गई है. टीम ने दो पाली में शहर के करीब 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की जांच की. ऐसे 15 संस्थान जहां पर फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं थी, उन्हें 15 दिनों के भीतर फायर सेफ्टी लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:
कलेक्टर डा. संजय अलंग के निर्देश पर निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने शहर के बड़े संस्थनों व कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी जांच के लिए जंबो टीम गठित की है। टीम ने चारों जोन के करीब 20 बड़े संस्थानों में देर शाम तक आज फायर सेफ्टी की जांच की।

Body:टीम के नोडल अधिकारी एडिशनल एसपी संजय ध्रुव को नोडल अधिकारी और उपायुक्त मिथिलेश अवस्थी को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। चारों जोन के टीम में पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, निगम के राजस्व, नजूल और अतिक्रमण के कर्मचारियों को शामिल किया गया है। एक जोन में 8-9 कर्मचारी व अधिकारियों की ड्यूटी फायर सेफ्टी जांच के लिए लगाई गई है। टीम सुबह से दोपहर और फिर देर शाम तक दो पाली में शहर के करीब 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की जांच की गई। इन संस्थानों में अपोलो सिटी सेंटर, सरकंडा ग्लोबल सुपर मार्केट, होटल शिवा इंटरनेशनल, कल्पवृक्ष ट्यूटोरियल्स, नारायणी मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल, सुखम आरोग्य, श्रीकृष्ण हास्पिटल, वंदना मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल, सीएलसी प्लाजा, 36 माॅल, महिमा काम्प्लेक्स महादेव हास्पिटल, विनायक नेत्रालय, आनंदा आदि शामिल हैं। ऐसे 15 संस्थान जहां फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं था, उन्हें पंद्रह दिनों के भीतर फायर सेफ्टी व्यवस्था लगाने के निर्देश दिए गए।Conclusion:
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