बिलासपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निवास 'मरवाही सदन' में बुधवार को एक कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है. इस मामले में पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ धारा 306, 34 के तहत आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में FIR दर्ज किया है.
दरअसल, जोगी निवास 'मरवाही सदन' में चोरी का आरोप लगने के बाद बंगले की देखरेख करने वाले कर्मचारी संतोष कौशिक ने बुधवार शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद मौके पर पहुंचे मृतक के भाई कृष्ण कुमार सहित परिजनों ने जोगी परिवार पर आरोप लगाया कि, 'बंगले के मालिकों ने उसे जेल भेजने की धमकी दी थी, जिससे वह सहमा हुआ था, इसी कारण संतोष को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा'.
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संतोष के परिजनों ने इस पूरे मामले में जोगी परिवार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. मृतक संतोष कौशिक के बड़े भाई कृष्ण कुमार कौशिक ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अपने भाई की खुदकुशी के लिए अजीत जोगी और अमित जोगी को दोषी ठहराया है. बता दें, मृतक संतोष कौशिक पिछले 4 साल से जोगी के बंगले की देखरेख कर रहा था. वहीं पीएम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि संतोष की मौत फांसी लगाने से हुई है.
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पीड़ित परिवार के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है।जोगी परिवार का इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से कोई लेनादेना नहीं था।राजनीतिक प्रतिशोध से सत्ताधारी दल के इशारे पर कल देर रात FIR दर्ज की गई,इसलिए हम न्यायिक मजिस्ट्रेट अथवा CBI से जांच की मांग करते हैं।हमारे लिए सभी न्यायिक विकल्प खुले हैं।
— Amit Jogi (@amitjogi) January 17, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Amit Jogi (@amitjogi) January 17, 2020