गौरेला पेंड्रा मरवाही: कर्ज माफ नहीं होने से एक किसान परेशान है. कर्जमाफी के लिए किसान ने कई अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटे. वहां से उसे आश्वासन भी मिला लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हुई. जिससे किसान अब परेशान है और सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा है.
कर्ज नहीं हुआ माफ
दरअसल पेंड्रा के वार्ड क्रमांक 1 बंटी बहरा इलाके में रहने वाले भूषण राठौर का कहना है कि उसने साल 2016-17 में भारतीय स्टेट बैंक की पेंड्रा शाखा से लोन लिया था. किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उसने 118000 रुपये का लोन लिया. उस राशि को किसान ने खेत में कुआं खोदवाने और दूसरे कामों में खर्च कर दिया.
रुपये जमा करने का दबाव बना रहा बैंक
साल 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई और किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की घोषणा की. जिसे लेकर किसान भी निश्चिंत हो गया. लेकिन अब भूषण के पास बैंक से रुपये जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है. इसी बीच उसके खाते में आए वृद्धा पेंशन योजना की राशि भी कट गई. बैंक भूषण से 1 लाख 14 हजार रुपये जमा करने का कह रहा है. जिसे लेकर किसान परेशान है. भूषण राठौर अपना कर्ज माफ करवाने के लिए लगातार एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस के चक्कर काट रहा है. पीड़ित किसान ने मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में भी की. जहां से उसे आश्वासन भी मिला. किसान जब बैंक गया तो मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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कई किसानों का नहीं हुआ कर्ज माफ
किसानों की कर्ज माफी की घोषणा के बाद ही कांग्रेस सरकार प्रदेश में आ पाई. लेकिन आज भी कई ऐसे किसान है जिनका कर्ज माफ नहीं हुआ है. भूषण राठौर भी उन्हीं में से एक है. उसने शनिवार को एक बार फिर कलेक्टर को शिकायती पत्र दिया है. अब देखना होगा कि कब तक किसान को न्याय मिल पाता है.