बिलासपुर: बिलासपुर जिले में 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होना है. इसे लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय की तैयारियां शुरू हो चुकी है. कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाये गए स्ट्रांग रूम में सोमवार से EVM मशीनों को मतदान के लिए तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दरअसल, ईवीएम मशीनों को मतदान के लिए तैयार करना ही कमीशनिंग कहलाता है.
कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए निर्धारित कमरों का जायजा लिया. कलेक्टर ने कमीशनिंग के काम में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. कमीशनिंग की प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में की गई है. सभी मशीनों की कमीशनिंग प्रक्रिया तीन से चार दिन तक चलेगी.
ईवीएम मशीनों की कमीशनिंग का काम शुरू: बिलासपुर में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. मतदान से लेकर मतगणना तक की तैयारी की जा रही है. इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. बिलासपुर में जिला निर्वाचन अधिकारी की देखरेख में ईवीएम मशीनों की कमीशनिंग का काम शुरू किया गया है. सेक्टर अधिकारियों को कमीशनिंग दल का प्रभारी बनाया गया है. उनके साथ दो सहायकों की ड्यूटी भी कमीशनिंग कार्य के लिए लगाई गई है.
ये है प्रक्रिया: कमीशनिंग की प्रक्रिया में सबसे पहले बैलेट यूनिट की कमीशनिंग की जाती है. कमीशनिंग के दौरान सभी मतदान केंद्रों में जाने वाली बीयू में बैलेट पेपर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई. कमीशनिंग के दौरान सीयू में पिंक पेपर सील लगाई गई. पिंक पेपर सील पर संबंधित आरओ, अभ्यर्थी और उनके प्रतिनिधि और ईसीआईएल के इंजीनियर ने अपने हस्ताक्षर किए हैं. कैंडिडेट सेट करते समय सीयू, बीयू और वीवीपेट को एक साथ जोड़ा गया है. कैडिंडेट सेट नोटा बटन दबाकर किया जाता है. इसके बाद मॉक पोल कर सत्यता की जांच की गई. सीलिंग प्रक्रिया के दौरान सीयू के स्विच को ऑफ रखा जाता है. वीवीपैट में थर्मल पेपर रोल लगाया जाता है. बैटरी इंस्टॉल करके वीवीपैट में सिंबल लोडिंग जिग मशीन की सहायता से ईसीआईएल के इंजीनियर द्वारा जाती है. ये सारी प्रक्रिया की जा रही है. इसके साथ ही ईवीएम नंबर, बीयू, सीयू नंबर, उनके बैटरी नंबर, वीवीपैट नंबर, रजिस्टर में दर्ज किए गए. कमीशनिंग के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से नियुक्त इंजीनियर भी मौजूद थे.
मतगणना तक रहेगी पैनी नजर:विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती कराई है. इसके साथ ही मतदान केंद्रों की जांच के और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया. जिला प्रशासन ने मतगणना स्थल में ही ईवीएम मशीनों को रखवाया है. यहीं से कड़ी सुरक्षा में मतदान दल मतदान स्थल तक मशीन लेकर जाएंगे. जब तक मतगणना नहीं हो जाती, तब तक कोनी क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी निगाह रहेगी. किसी भी अप्रिय घटना के लिए फोर्स पहले से तैनात रहेगी.