बिलासपुर: मंगलवार को प्रदेश में तीसरे और आखिरी चरण के मतदान होने है. इसे लेकर बिलासपुर में सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. तमाम मतदान केंद्रों पर मतदान पार्टियां पहुंच चुकी हैं. प्रशासन ने शांतिपूर्ण ढंग से मतदान करवाने और सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किये हैं.
बिलासपुर जिले के मतदान केंद्रों को 172 सेक्टरों में बांटा गया है. इन सभी सेक्टरों के मतदान केंद्रों में सुचारु मतदान के लिये अधिकारी नियुक्त किये गए हैं. मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शांतिपूर्ण निर्वाचन संपन्न कराने के लिये क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) तैनात रहेगी. कहीं भी कानून-व्यवस्था की स्थिति संभालने के लिए क्यूआरटी सक्रिय रहेगी. मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की 11 कंपनियां तैनात रहेंगी. इनमें बीएसएफ की 6 कंपनियां, सीआरपीएफ की 1, सीआईएसएफ की 2 और एसएसबी की 2 कंपनियां शामिल हैं. सभी मतदान केंद्रों में अर्धसैनिक बलों के जवानों के अलावा राज्य पुलिस भी सुरक्षा का जिम्मा संभाले रहेगी. इसके साथ ही फॉरेस्ट गॉर्ड और कोटवारों को भी सुरक्षा में लगाया गया है.
साढ़े आठ हजार से अधिक मतदानकर्मियों की लगी ड्यूटी
बिलासपुर जिले की सभी सात विधानसभाओं में मतदान कराने की जिम्मेदारी साढ़े आठ हजार से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों के जिम्मे है. वहीं बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के लिये बिलासपुर और मुंगेली जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 18 लाख 75 हजार 934 मतदाता, 2 हजार 221 मतदान केन्द्रों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 9 लाख 52 हजार 665 पुरुष, 9 लाख 23 हजार 178 महिला मतदाता और 91 अन्य मतदाता शामिल हैं.
महिलाओं को मिला संगवारी मतदान केंद्रों का जिम्मा
निर्वाचन संपन्न कराने में महिला मतदानकर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी. संगवारी मतदान केंद्रों में मतदान का जिम्मा महिलाकर्मियों को सौंपा गया है.