गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: कई वैज्ञानिक और जानकार कह चुके हैं कि कोरोना को हराने का सबसे कारगर तरीका अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाना है. वैक्सीनेशन के दम पर हम कोरोना को हरा सकते हैं. लेकिन ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन के प्रति फैली अफवाहों ने शासन-प्रशासन के काम को मुश्किल बना दिया है. ग्रामीण वैक्सीनेशन से बचते नजर आ रहे हैं. लेकिन मरवाही के ग्रामीण इलाके की 2 बुजुर्ग महिलाओं ने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी कोरोना का टीका लगवाएं.
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नोडल अधिकारी के अनुसार उक्त महिलाओं को टीकाकरण का दूसरा डोज 10 मई को लगाया गया है. बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि टीकाकरण के बाद वे स्वस्थ महसूस कर रहीं हैं. मितानिनों ने उनके स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी कर रखी है. स्वास्थ विभाग उन्हें दवाईयां भी दे रहा है.
दोनों ने पूरा किया वैक्सीन का डोज
ETV भारत ने इन बुजुर्ग महिलाओं से बात की है. उन्होंने कहा कि सब टीका लगवाओ और सुरक्षित रहो, हमने लगवाया है और सुरक्षित हैं. मरवाही क्षेत्र की दोनों बुजुर्ग महिलाएं कोरोना का टीका लगवाकर सुरक्षित महसूस कर रहीं हैं. बता दें दोनों बुजुर्ग महिलाएं ग्राम पंचायत दर्री के बरटोला मोहल्ला की रहने वालीं हैं. इनमें सरबन बाई की उम्र 77 साल और सुमित्रा बाई की उम्र करीब 65 साल है. दोनों ने अपने वैक्सीन का डोज पूरा कर लिया है.
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कई ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी
बता दें छत्तीसगढ़ के कई ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर ग्रामीणों के बीच भ्रम का माहौल है. ग्रामीण वैक्सीनेशन से बच रहे हैं. बिलासपुर के गनियारी क्षेत्र से वायरल हुए एक वीडियो में ग्रामीण महिलाएं वैक्सीनेशन टीम पर भड़क रही थी. महिलाएं कह रहीं थी कि कुछ भी हो जाए, चाहे सरकार हमारा राशन कार्ड ले ले, हम टीका नहीं लगवाएंगे. ऐसे लोगों को इन महिलाओं से सीखना चाहिए.