बिलासपुर : जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह ठाकुर ने कोटा ब्लॉक के कंचनपुर गौठान का निरीक्षण किया. कंचनपुर में छत्तीसगढ़ सरकार की महती योजना के तहत बने गौठान का संचालन प्रचलित परंपरागत तरीके से सफलतापूर्वक किया जा रहा है. गौठान को आदर्श गौठान का भी दर्जा मिला है. सीईओ ने गौठान के निरीक्षण के दौरान यहां की सभी व्यवस्थाओं की जानकारी ली. उन्होंने गौठान संचालक करने वाली समितियों के बनाए गए गोबर खाद की प्रशंसा की. साथ ही उन्हें अधिक मात्रा में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
पढ़ें:-लॉकडाउन से कबाड़ कारोबार में करोड़ों का नुकसान, सिर्फ 50 फीसदी हुआ व्यापार
कंपोस्ट खाद बनकर तैयार
कंचनपुर के गौठान में पशु चिकित्सा विभाग के डाक्टरों और कर्मचारी बीमार पशुओं का इलाज भी करते हैं. गौठान में आने वाले सभी पशुओं का नियमित टीकाकरण भी किया जाता है. कंचनपुर आदर्श गौठान में स्थापित कंपोस्ट खाद के 3 टैंकों में बन रही. खाद लगभग पक कर तैयार है. इसी प्रकार का नाडेप परिसर में बने टैंको में भी खाद अगले 15 दिनों में तैयार हो जाएगी. कम्पोस्ट खाद और नाडेप के खाद को निकालकर मशीनों में छन्नी किया जाएगा. इसके बाद खाद को बेचा भी जाएगा.
पढ़ें:-GOOD NEWS: स्किल मैपिंग और हुनर से मिलेगा रोजगार, श्रम मंत्री ने की विशेष पहल
छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण अर्थवयवस्था, भू-जल स्तर, खेती में लागत की बढ़ोतरी, मवेशी के लिए चारा संकट सुधारने के लिए नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना की शुरुआत की है. इसके अंतर्गत गांवों में गौठान का निर्माण कराया गया है, जिससे चारा संकट दूर हो सके और पशुओं को भर पेट चारा मिल सके. साथ ही गौठानों में इकठ्ठा होने वाले गोबर से कम्पोस्ट खाद का निर्माण कर जैविक खेती को बढ़ाने में किया जाए. इस योजना के परिणाम स्वरुप कंचनपुर गांव में गौठान के जरिए कंपोस्ट खाद निर्माण किया जा रहा है.