बिलासपुर: कोरोना महामारी के बीच प्रदेश की सियासी गतिविधियां कुछ थम सी गई थीं, लेकिन जोगीगढ़ के नाम से मशहूर मरवाही उपचुनाव को लेकर एक बार फिर सियासी गर्माहट बढ़ गई है. सत्ताधारी कांग्रेस, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश में तीसरी ताकत के रूप में उभरी जेसीसी(जे) ने मरवाही उपचुनाव को लेकर दमखम झोंकना शुरू कर दिया है.
मीडिया से चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि मरवाही सीट को भारतीय जनता पार्टी हल्के में नहीं ले रही है. पार्टी ने बूथलेवल पर अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारी पार्टी पूरे दमखम के साथ उपचुनाव लड़ेगी और हमारे जमीनी कार्यकर्ता अपने स्तर प्रचार के काम में जुट गए हैं.
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जेसीसी(जे) ने जीत की कही बात
दूसरी ओर कांग्रेस के नेता आए दिन मरवाही का दौरा कर रहे हैं. मतलब साफ है कि, दूसरे उपचुनावों से अधिक तबज्जों मरवाही उपचुनाव को दी जा रही है. जेसीसी(जे) ने भी तमाम संभावित अटकलों पर विराम लगाते हुए मरवाही में जीत हासिल करने का ऐलान किया है.
प्रत्याशियों के एलान का इंतजार
बीते दिनों जेसीसी (जे) ने मरवाही सीट से अमित जोगी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी. चुनावी जानकारों का मानना है कि, भाजपा और कांग्रेस जब अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेगी और उसी के बाद मुकाबले की तस्वीर बहुत हद तक स्पष्ट हो जाएगी. इसके साथ ही जानकारों का ये भी कहना है कि जोगी के इस गढ़ को भेदना किसी भी अन्य पार्टी के लिए आसान नहीं होगा.