बिलासपुर: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई दलित युवती की हत्या और कथित गैंगरेप का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. छत्तीसगढ़ में विभिन्न संगठन और समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण विकास समिति ने सड़कों पर उतर कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. बिलासपुर कलेक्ट्रेट के बाहर मोदी सरकार और यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
आंदोलनकारियों ने दलित परिवार को तत्काल न्याय दिलाने की मांग करते हुए बिलासपुर कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सभी आरोपियों को तत्काल मौत की सजा होनी चाहिए. योगी सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का निष्पक्ष निर्वहन करना होगा. इस बीच यह भी साफ कर दिया गया कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता. विरोध प्रदर्शन यूं ही जारी रहेगा.
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बता दें कि हाथरस केस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) प्रशांत कुमार ने शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दुष्कर्म से इनकार किया है. इस मामले में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूपी सरकार का घेराव किया है. राहुल और प्रियंका समेत कुछ अन्य कांग्रेस नेता आज पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जा रहे थे, लेकिन नोएडा पुलिस ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए राहुल-प्रियंका समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया. बाद में सभी नेताओं को रिहा कर दिया गया. इस मामले में पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने का भी आरोप लग रहा है.