बिलासपुर: जिले में 18 प्लस वालों का टीकाकरण 5 दिनों से ठप पड़ा हुआ है. वैक्सीन नहीं होने के कारण टीकाकरण (Corona vaccination) बंद कर दिया गया है. वैक्सीन सेंटरों (Vaccination center) के बाहर ताले लगा दिए गए हैं. इधर पंजीयन के बाद भी टीका नहीं लगने से लोग परेशान हो रहे हैं. रोजाना वैक्सीनेशन सेंटर बंद देख लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है.
जिले में 1 मई से 18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. लेकिन शुरू से ही वैक्सीन की किल्लत के कारण टीकाकरण में बाधा आ रही है. एकबार फिर बीते चार दिनों से टीकाकरण बंद हो गया है. वैक्सीन सेंटर के बाहर टीके की आपूर्ति नहीं होने की जानकारी देते हुए सेंटरो में ताला लगा दिया गया है. जिनका पंजीयन हो गया है, ऐसे युवा टीका लगवाने सेंटर पहुंच रहे हैं. उन्हें सेंटर में ताला लटका हुआ मिल रहा है. जिम्मेदार अधिकारी टीके की कमी को इसका कारण बता रहे हैं. उनका कहना है कि जैसे जैसे टीके की आपूर्ति हो रही है. व्यवस्था बनाकर टीकाकरण किया जा रहा है.
जिले में 18 साल से ज्यादा लोगों की संख्या करीब 8 लाख के आस-पास है. जिले में अबतक केवल 52 हजार लोगों को ही वैक्सीन का फर्स्ट डोज लगाया जा सका है. वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण की रफ्तार बहुत धीमी है.
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जिले में वैक्सीनेशन और वैक्सीन की स्थिति-
- कुल संख्या (18+)- 8 लाख 5226
- वैक्सीनेशन हुआ- 52105(फर्स्ट डोज)
- सेकेंड डोज- 0
- कुल संख्या (45+)- 5 लाख 1114
- वैक्सीनेशन हुआ-1 लाख 76 हजार 56
- फर्स्ट डोज-1 लाख 18520
- सेकेंड डोज- 22 हजार 416
- कुल वैक्सीन मिली- 4 लाख 50 हजार (कोविशिल्ड और कोवैक्सिन)
- 18 + के लिए अबतक दो बार वैक्सीन आई- 23 हजार और 24 हजार
- वर्तमान में जिले में वैक्सीन की संख्या- 5 हजार (45+ के लिए)
45 प्लस वालों का जारी रहेगा टीकाकरण
45 प्लस आयु के लोगों के लिए वैक्सीन है. इसलिए इन लोगों का टीकाकरण चलता रहेगा. हालांकि 45 से अधिक उम्र वालों के दूसरे डोज की समय सीमा में परिवर्तन करते हुए शासन ने दूसरा डोज 42 दिन के बजाय अब 16 से 18 सप्ताह बाद लगाने का निर्णय लिया है. पहला डोज लगाने के बाद दूसरे डोज का टीका लगाने वाले बहुत कम लोग ही वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे हैं.