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नगर निगम में सामुदायिक भवन की जमीन बनी सियासत का अड्डा, पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर मढ़ रहे आरोप - bilaspur nagar nigam

बिलासपुर में नगर निगम की पहली सामान्य सभा की बैठक के बाद पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.

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बिलासपुर नगर निगम
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Published : Aug 14, 2020, 1:43 PM IST

Updated : Aug 14, 2020, 2:33 PM IST

बिलासपुर: नगर निगम की पहली सामान्य सभा की बैठक के बाद अब पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. विपक्ष इस सभा को जहां फ्लॉप शो साबित करने में जुटा है, तो वहीं सत्तापक्ष इस सभा को सफल करार दे रहा हैं. इस बैठक के बाद एक बार फिर से सामुदायिक भवन भूमि को कांग्रेस को आवंटित करने का मामला उठ गया है.

कांग्रेस भवन के नजदीक के सामुदायिक भवन की भूमि के आवंटन का मामला पहले से तूल पकड़ा हुआ है. भाजपा इस मुद्दे को लेकर पहले से ही कांग्रेस पर हमलावर थी. इससे पहले भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व स्थानीय विधायक अमर अग्रवाल ने भी इस मुद्दे को जमकर उछाला था और कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए नियमानुसार कार्रवाई की मांग भी की है. शनिवार को सामान्य सभा की बैठक में इस मुद्दे को लेकर पक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक जैसी स्थिति भी बन गई, लेकिन बहुमत के आधार पर इस प्रस्ताव को भी पास करा दिया गया.
सामुदायिक भवन जमीन बना सियासत का अड्डा
पढ़ें- कलेक्टर और एसपी ने लिया स्वतंत्रता दिवस समारोह की फाइनल तैयारियों का जायजा


सभापति ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर पलटवार
इस मुद्दे को लेकर सभापति शेख नजीरुद्दीन ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर पलटवार करते हुए कहा है कि मंत्री अमर अग्रवाल अपने कार्यकाल में खुद मुन्नूलाल शुक्ल स्कूल भवन और कन्या पुत्रीशाला स्कूल को तोड़कर सामुदायिक भवन बना चुके हैं और उसका पुरजोर विरोध भी किया था. वो खुद विरोध के पात्र हैं. सभापति ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विपक्ष की असहमति और चर्चा करना स्वभाविक है, लेकिन हमारी सामान्य सभा की बैठक बेहद सफल रही.

चर्चा के दौरान पार्षद आपस में झूमाझटकी पर उतर आए

गुरुवार की बैठक में 791 करोड़ का बजट पास हुआ था. इस बीच प्रस्ताव क्रमांक 101 में सामुदायिक भवन की जमीन को कांग्रेस पार्टी को देने के बात पर जमकर हंगामा हुआ और पार्षद आपस में झूमाझटकी पर उतर आए थे. इसके अलावा तोरबा क्षेत्र में नाली निर्माण में अनियमितता का मुद्दा भी खूब गरमाया और विपक्ष ने जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की.

बिलासपुर: नगर निगम की पहली सामान्य सभा की बैठक के बाद अब पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. विपक्ष इस सभा को जहां फ्लॉप शो साबित करने में जुटा है, तो वहीं सत्तापक्ष इस सभा को सफल करार दे रहा हैं. इस बैठक के बाद एक बार फिर से सामुदायिक भवन भूमि को कांग्रेस को आवंटित करने का मामला उठ गया है.

कांग्रेस भवन के नजदीक के सामुदायिक भवन की भूमि के आवंटन का मामला पहले से तूल पकड़ा हुआ है. भाजपा इस मुद्दे को लेकर पहले से ही कांग्रेस पर हमलावर थी. इससे पहले भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व स्थानीय विधायक अमर अग्रवाल ने भी इस मुद्दे को जमकर उछाला था और कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए नियमानुसार कार्रवाई की मांग भी की है. शनिवार को सामान्य सभा की बैठक में इस मुद्दे को लेकर पक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक जैसी स्थिति भी बन गई, लेकिन बहुमत के आधार पर इस प्रस्ताव को भी पास करा दिया गया.
सामुदायिक भवन जमीन बना सियासत का अड्डा
पढ़ें- कलेक्टर और एसपी ने लिया स्वतंत्रता दिवस समारोह की फाइनल तैयारियों का जायजा


सभापति ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर पलटवार
इस मुद्दे को लेकर सभापति शेख नजीरुद्दीन ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर पलटवार करते हुए कहा है कि मंत्री अमर अग्रवाल अपने कार्यकाल में खुद मुन्नूलाल शुक्ल स्कूल भवन और कन्या पुत्रीशाला स्कूल को तोड़कर सामुदायिक भवन बना चुके हैं और उसका पुरजोर विरोध भी किया था. वो खुद विरोध के पात्र हैं. सभापति ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विपक्ष की असहमति और चर्चा करना स्वभाविक है, लेकिन हमारी सामान्य सभा की बैठक बेहद सफल रही.

चर्चा के दौरान पार्षद आपस में झूमाझटकी पर उतर आए

गुरुवार की बैठक में 791 करोड़ का बजट पास हुआ था. इस बीच प्रस्ताव क्रमांक 101 में सामुदायिक भवन की जमीन को कांग्रेस पार्टी को देने के बात पर जमकर हंगामा हुआ और पार्षद आपस में झूमाझटकी पर उतर आए थे. इसके अलावा तोरबा क्षेत्र में नाली निर्माण में अनियमितता का मुद्दा भी खूब गरमाया और विपक्ष ने जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की.

Last Updated : Aug 14, 2020, 2:33 PM IST
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