बिलासपुर : जिले में बहुप्रतीक्षित कोरोना टेस्ट लैब तैयार होने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. जानकारी के मुताबिक शहर को 1 से दो दिनों में टेस्ट लैब की सौगात मिल जाएगी. टेस्ट लैब के अस्तित्व में आते ही संभागभर में कोरोना जांच की प्रक्रिया में तेजी आएगी और रायपुर पर निर्भरता खत्म हो जाएगी.
बिलासपुर CHMO प्रमोद महाजन ने ETV भारत को बताया कि टेस्ट लैब के फंक्शन में आते ही रोजाना 24 से ज्यादा मरीजों का टेस्ट हो जाएगा, जिससे कोरोना पर नियंत्रण के दिशा में एक बड़ी कामयाबी मिलेगी. CHMO ने बताया कि अभी लैब में टेस्ट के लिए 4 टू नेट मशीन लगाई गई है. मशीन में फिलहाल इंटरमीडिएट रेफरेंस लैब से आए सैंपल की जांच की गई है और रिपोर्ट रायपुर भेजी गई है. अब रायपुर से इस रिपोर्ट की पुष्टि के बाद बिलासपुर टेस्ट लैब को हरी झंडी दिखा दी जाएगी. बता दें कि बीते दिनों बिलासपुर सांसद अरुण साव ने प्रदेश में लैब की संख्या की कमी और रोजाना लिए जाने वाले सैंपल की संख्या पर सवाल उठाए थे. इसके साथ ही सांसद ने कोरोना जांच के लिए सैंपलों की संख्या को बढ़ाने के साथ-साथ प्रदेश में जल्द ही नए लैब की शुरुआत करने की मांग की थी.
बता दें कि बिलासपुर में अब तक 172 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 158 मरीजों को पूरी तरह से ठीक किया जा चुका है. वहीं जिले में अभी एक्टिव केसों की संख्या 11 है, जिनका इलाज अभी जारी है. प्रदेश की बता कि जाए तो छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना के 2400 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1700 से ज्यादा लोगों को ठीक किया जा चुका है. वहीं प्रदेश में अभी एक्टिव केसों की संख्या 700 से ज्यादा है, जिनका इलाज प्रदेश के अलग-अलग कोविड अस्पतालों में जारी है. जबकि छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना से 12 लोगों की मौत हो चुकी है.