बिलासपुर: बिल्हा के कृषि कार्यालय में किसानों के लिए कृषि अधिकारियों ने कृषि संगोष्ठी का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने हो गए. कार्यक्रम में बतौर अतिथि बिल्हा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह सवन्नी के समर्थक मंच पर मौजूद थे. इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की फोटो नहीं लगाने को लेकर हंगामा हो गया.
कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला जनप्रतिनिधियों और समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने अधिकारियों से जवाब तलब किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की फोटो क्यों नहीं लगाई गई. इस पर जब कोई जवाब नहीं मिला था हंगामा हो गया.
गोलमोल जवाब से मामला गरमा गया. दोनों नेताओं के बीच खींचतान की स्थिति बन गई. हंगामे की सूचना मिलते ही बिल्हा के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस के आला अधिकारी कार्यक्रम स्थल पहुंचे. जहां समझाइश की कोशिश की गई.
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लगभग 5 घंटे तक चला बीजेपी और कांग्रेस में विवाद
एक तरफ नेता प्रतिपक्ष किसानों को बीज और अन्य यंत्र वितरित करने पर अड़े रहे. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता आयोजित कार्यक्रम को किसी दूसरे दिन करने की बात करते रहे. लगभग 5 घंटे के इस विवाद में किसान मूकदर्शक बनकर यही समझते रहे कि आखिर किसान हितैषी कौन हैं. किसान हितैषी भाजपा या फिर कांग्रेस है. यह सवाल किसानों के जहन में घूम रहा था.
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हंगामे को लेकर अधिकारियों ने साधी चुप्पी
वहीं मौके पर मौजूद प्रशासन और कृषि विभाग के अधिकारी समेत पुलिस के आला अफसर हंगामे के बीच असमंजस में फंसे नजर आए. वहीं हंगामा देर शाम तक चलता रहा और अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आए.