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बिलासपुर: दो साल पहले से जर्जर हो चुका है सोन नदी पर बना पुल, जिम्मेदार बेखबर

बिलासपुर के सोन नदी पर बने पुल के बीच का हिस्सा दो साल पहले टूट गया था, जिसकी अब तक मरम्मत नहीं करवाई गई है. वहीं दूसरा कोई रास्ता नहीं होने की वजह से लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर पुल पार करने को मजबूर है.

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Published : Aug 7, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Aug 7, 2020, 4:45 PM IST

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सोननदी पर बने पुल के बीच का हिस्सा दो साल पहले हुआ था जर्जर

बिलासपुर: मरवाही में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जानकारी के मुताबिक सोन नदी में बना पुल दो साल पहले टूट गया था, जिसे दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी ठीक नहीं कराया गया है और न ही सुरक्षा के लिहाज से कोई व्यवस्था की गई है. ग्रामीणों के मुताबिक टूटे हुए पुल पर अभी भी यातायात चालू है, जिसकी वजह से लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर पुल पार करने को मजबूर हैं.

दो साल पहले से जर्जर हो चुका है सोन नदी पर बना पुल

स्थानीय लोगों की मानें तो उन्होंने इस मामले को लेकर कई बार शिकायत की है, जिसके बाद भी जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. शायद यही वजह है कि व्यवस्था अब तक दुरुस्त नहीं कराई गई है. हालांकि प्रशासन ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुल पर यातयात रोकने की बात कही है. जिला प्रशासन के मुताबिक इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है.

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कलेक्टर द्वारा जारी सूचना

यह है पूरा मामला

दरअसल मामला मरवाही इलाके का है, जहां पर भर्रीढांड से पीपरडोल होते हुए मरवाही को जोड़ने वाली सड़क यानी सोन नदी पर बने पुल के बीच का हिस्सा दो साल पहले अपनी जगह से लगभग दो फुट नीचे धस गया था. हालांकि पुल पूरी तरह धराशायी तो नहीं हुआ है, लेकिन कोई भी बड़ा हादसा होने से बच गया. इस घटना को दो साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी न तो स्थानीय प्रशासन ने पुल बनवाने की पहल की और न ही किसी जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान दिया. जिसकी वजह से आज भी जर्जर पुल से लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं.

बोर्ड लगाकर कर दी गई खानापूर्ति

बता दें कि रोजाना इस पुल से सैकड़ों की संख्या में दो पहिया और चार पहिया वाहन पार होते है. ग्रामीणों की मानें तो वे कई बार जवाबदार लोगों को पुल के जर्जर होने की जानकारी दे चुके हैं, लेकिन आज तक पुल की हालत जस की तस है. वहीं ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने जरूर पुल के दोनों ओर एक-एक बोर्ड लगाकर उसमें लिखवा तो दिया है कि पुल क्षतिग्रस्त है वाहन पार न करें, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से कोई इंतेजाम नहीं किया गया है.

पढ़ें: घोघरी बगान नाले पर बना ब्रिज हुआ जर्जर, ग्रामीण कर रहे मरम्मत

वहीं जब ETV भारत की टीम ने जिले के कलेक्टर को मामले के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने जल्द ही इस पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए उस मार्ग पर यातायात बन्द करवाने की बात कही है. बता दें कि क्षेत्र में लगातार बारिश होने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इतना जर्जर पुल होने के बावजूद इस मार्ग पर लोग रोजाना काफी संख्या में आवाजाही कर रहे है. ऐसे में कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. बहरहाल प्रशासन के आदेश के बाद पुल की व्यवस्था कब तक दुरुस्त होती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

बिलासपुर: मरवाही में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जानकारी के मुताबिक सोन नदी में बना पुल दो साल पहले टूट गया था, जिसे दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी ठीक नहीं कराया गया है और न ही सुरक्षा के लिहाज से कोई व्यवस्था की गई है. ग्रामीणों के मुताबिक टूटे हुए पुल पर अभी भी यातायात चालू है, जिसकी वजह से लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर पुल पार करने को मजबूर हैं.

दो साल पहले से जर्जर हो चुका है सोन नदी पर बना पुल

स्थानीय लोगों की मानें तो उन्होंने इस मामले को लेकर कई बार शिकायत की है, जिसके बाद भी जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. शायद यही वजह है कि व्यवस्था अब तक दुरुस्त नहीं कराई गई है. हालांकि प्रशासन ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुल पर यातयात रोकने की बात कही है. जिला प्रशासन के मुताबिक इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है.

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कलेक्टर द्वारा जारी सूचना

यह है पूरा मामला

दरअसल मामला मरवाही इलाके का है, जहां पर भर्रीढांड से पीपरडोल होते हुए मरवाही को जोड़ने वाली सड़क यानी सोन नदी पर बने पुल के बीच का हिस्सा दो साल पहले अपनी जगह से लगभग दो फुट नीचे धस गया था. हालांकि पुल पूरी तरह धराशायी तो नहीं हुआ है, लेकिन कोई भी बड़ा हादसा होने से बच गया. इस घटना को दो साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी न तो स्थानीय प्रशासन ने पुल बनवाने की पहल की और न ही किसी जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान दिया. जिसकी वजह से आज भी जर्जर पुल से लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं.

बोर्ड लगाकर कर दी गई खानापूर्ति

बता दें कि रोजाना इस पुल से सैकड़ों की संख्या में दो पहिया और चार पहिया वाहन पार होते है. ग्रामीणों की मानें तो वे कई बार जवाबदार लोगों को पुल के जर्जर होने की जानकारी दे चुके हैं, लेकिन आज तक पुल की हालत जस की तस है. वहीं ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने जरूर पुल के दोनों ओर एक-एक बोर्ड लगाकर उसमें लिखवा तो दिया है कि पुल क्षतिग्रस्त है वाहन पार न करें, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से कोई इंतेजाम नहीं किया गया है.

पढ़ें: घोघरी बगान नाले पर बना ब्रिज हुआ जर्जर, ग्रामीण कर रहे मरम्मत

वहीं जब ETV भारत की टीम ने जिले के कलेक्टर को मामले के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने जल्द ही इस पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए उस मार्ग पर यातायात बन्द करवाने की बात कही है. बता दें कि क्षेत्र में लगातार बारिश होने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इतना जर्जर पुल होने के बावजूद इस मार्ग पर लोग रोजाना काफी संख्या में आवाजाही कर रहे है. ऐसे में कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. बहरहाल प्रशासन के आदेश के बाद पुल की व्यवस्था कब तक दुरुस्त होती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

Last Updated : Aug 7, 2020, 4:45 PM IST
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