गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले में टिड्डी दल के प्रभाव से बचने के लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने बुधवार को अधिकारियों की बैठक ली है. कलेक्ट्रेट भवन के सभाकक्ष में आयोजित इस मीटिंग में कलेक्टर ने टिड्डी दल के जिले में आक्रमण की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए इसके बचाव के लिए अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने मैदानी स्तर पर अधिकारियों को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए. उन्होंने टिड्डी दल से बचाव के तरीकों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कहा है.
किसानों को समझाया जाए: कलेक्टर
कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि टिड्डी दल के संभावित आगमन को देखते हुए सीमा क्षेत्र के गांव में कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को आवश्यक समझाइश दें और टिड्डी दल से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताएं.
फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की जाए
गांवों में कोटवारों से मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क करने के निर्देश दिए गए. कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को संभावित क्षेत्रों में टिड्डी दलों की रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय करने, नगरीय निकायों के अधिकारियों को फायर ब्रिगेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने और कृषि विभाग के अधिकारियों को कीटनाशकों और स्प्रे सहित अन्य उपकरण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
ध्वनि यंत्रों की व्यवस्था की जाए सुनिश्चित
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीणों को टिड्डी दल से बचाव के तरीकों से अवगत कराया जाए और बचाव के लिए ध्वनि यंत्रों की व्यवस्था की जाए. उन्होंने टिड्डी दल को भगाने के लिए तेज ध्वनि विस्तारक यंत्रों का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं.
बैठक में वन विभाग, कृषि विभाग, राजस्व विभाग और नगरीय निकायों सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
प्रदेश के कई जिलों में पहुंचा टिड्डी दल
गौरतलब है कि प्रदेश के कई जिलों में टिड्डी दल प्रवेश कर चुका है. मध्यप्रदेश की सीमा से लगे कवर्धा जिले में टिड्डी दल पहुंच गया है. इसके साथ ही कवर्धा से लगे बेमेतरा जिले की सीमा में भी टिड्डी दल ने दस्तक दे दी है. वहीं महाराष्ट्र से लगे राजनांदगांव जिले के सीमावर्ती इलाकों में टिड्डी दल प्रवेश कर चुका है, जिसके लिए संबंधित जिला प्रशासन की टीम मुस्तैद है.