बिलासपुरः पिछले दो महीने से बिलासपुर शहर व प्रदेश में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा जोरों से चल रही है. मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री को कांग्रेस नेतृत्व के द्वारा दिल्ली बुलाए जाने के बाद कांग्रेस तथा भाजपा, दोनों खेमे में मानो राजनीतिक भूचाल सा आ गया है. टीएस सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई साल हो गया है और इसी लिए 'बाबा' दिल्ली गए हैं. दूसरी ओर भूपेश बघेल के समर्थक कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री और राहुल गांधी की यह केवल औपचारिक मुलाकात है.
इस मामले में कोई भी खुल कर बताने को तैयार नहीं है. लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को दिल्ली तलब किए जाने के बाद सीएम पद को लेकर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म चुका है. इसका चढ़ा तापमान बिलासपुर नगर निगम के सामान्य सभा में साफ तौर पर दिखा.
ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद को लेकर बनी थी सहमतिः
छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमत्री बघेल और सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रह पाए. सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी. ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. जबकि कांग्रेस आला कमान की ओर से बघेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने को लेकर अभी तक किसी प्रकार का संकेत नहीं दिया गया है. ऐसे में दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाए जाने के बाद सियासत की गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म होता जा रहा है.