सक्ती: सक्ती में पीएम आवास योजना में जमकर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है. ये आरोप गांव के लोगों और हितग्राहियों ने लगाया है. हितग्राहियों ने बताया कि रोजगार सहायक उन्हें पीएम आवास की राशि रिलीज करने के नाम पर 500 रुपये से 6000 रुपये तक की राशि ले चुका है. महिला हितग्राही ने ये भी बताया कि पैसे लेने के बाद रोजगार सहायक ने उससे कोरे कागज पर साइन भी कराया.
पीएम आवास में फर्जीवाड़ा, रोजगार सहायक पर आरोप: प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा का ये आरोप ग्राम हरेठी के लोगों ने लगाया है. गांव वालों ने इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट में भी की है. जिसके बाद मामले में जांच अभी पेंडिंग है. गांव वालों ने खुले तौर पर कहा है कि रोजगार सहायक अजय बरेठी ने उनसे रुपयों की मांग की. साथ ही रुपये नहीं देने पर पीएम आवास की किस्त आने में देरी होने की बात बताई. ग्रामीणों ने ये भी बताया कि रोजगार सहायक, अधिकारियों को पैसे देना है बोलकर उनसे पैसे मांगता था.
कलेक्टर ऑफिस में मैंने शिकायत की थी कि हरेटी गांव में रोजगार सहायक ने पुराने घर को जियो टैग कर नया घर बताकर गबन किया है. इसके बदले घर वालों से मोटी रकम ली गई. जिसके बाद जांच के लिए दो अधिकारी आए: जय कुमार खैरवार, शिकायतकर्ता
प्रधानमंत्री आवास की किस्त मिली थी. जिसके बाद रोजगार सहायक ने पैसे मांगे. 6000 रुपये किस्त में दिए, कहा अधिकारी को देना है. एक किस्त अभी मिलना बाकी है.:जगन्नाथ खैरवार, हितग्राही
रोजगार सहायक अजय बरेठ ने घर की फोटो खींची और 500 रुपये मांगे. मैंने उससे कहा कि अभी पैसे नहीं है लेकिन वो पैसे तुरंत मांगने लगे. जिसके बाद यहां वहां से जुगाड़ कर उसे 500 रुपये दी हूं. तीन चार दिन के बाद कोरा कागज पर दस्तखत कराया: बुधवारा बाई, हितग्राही
गांव के व्यक्ति ने कलेक्ट्रेट में शिकायत की है कि रोजगार सहायक पुराने घर को नया बताकर पैसे का गबन कर रहा है. जांच में आरोप सही पाए गए. जांच अधिकारी को दोषियों पर कार्रवाई करने की अपील की है :तुलेश जायसवाल, सरपंच, ग्राम हरेठी
जांच रिपोर्ट के इंतजार में वरिष्ठ अधिकारी: सक्ती जनपद सीईओ प्रीति पवार ने इस मामले में हो रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हरेठी पंचायत में पीएम आवास में रोजगार सहायक अजय बरेठ पर गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की थी. इस मामले में टीम बनाकर जांच कराई गई है. जांच टीम की तरफ से रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.