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बिलासपुर : तखतपुर में बदहाल है सफाई व्यवस्था

तखतपुर नगर पालिका परिषद में स्वच्छता सर्वेक्षण चलने के बाद भी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था बदहाल है.

स्वच्छता सर्वेक्षण
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Published : Nov 21, 2019, 1:10 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 2:29 PM IST

बिलासपुर : तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र के 15 वार्डों में स्वच्छता सर्वेक्षण जोर-शोर से चलाया जा रहा है. लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है, जब ETV भारत ने स्वच्छता का सर्वेक्षण किया तो पाया कि वार्डों में सफाई प्रतिदिन नहीं की जाती है, जगह-जगह कचरों के ढेर लगे हुए हैं, नालियां जाम पड़ी हुई हैं, इन मामलों को लेकर जब अधिकारियों से पूछा गया तो वे कार्यालय से ही नदारद मिले.

स्वच्छता सर्वेक्षण

सरकार स्वच्छता के लिए कई योजनाएं चला रही हैं, जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का प्रचार किया जा रहा है.गीला-सूखा कचरा अलग करने जैसे तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका के 15 वार्ड में सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल है. नगर में लगे पोस्टरों में ही सफाई देखी जा सकती है पर हकीकत में कूड़ों का अंबार क्षेत्र में पाया गया है.

पढ़ें : अंतरजातीय विवाह करने की 'सजा', अंतिम संस्कार के लिए समाज ने मांगे 30 हजार !

विभागीय जानकारी की माने तो सफाईकर्मियों की कमी, संसाधनों से लेकर राशि भुगतान जैसी समस्याएं आ रही हैं. इस विषय में आला अधिकारी जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालय से बाहर होने पर अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रभार नहीं दिया जाता है, जिसकी वजह से जनता को उनके आने का इंतजार करना पड़ता है.

बिलासपुर : तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र के 15 वार्डों में स्वच्छता सर्वेक्षण जोर-शोर से चलाया जा रहा है. लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है, जब ETV भारत ने स्वच्छता का सर्वेक्षण किया तो पाया कि वार्डों में सफाई प्रतिदिन नहीं की जाती है, जगह-जगह कचरों के ढेर लगे हुए हैं, नालियां जाम पड़ी हुई हैं, इन मामलों को लेकर जब अधिकारियों से पूछा गया तो वे कार्यालय से ही नदारद मिले.

स्वच्छता सर्वेक्षण

सरकार स्वच्छता के लिए कई योजनाएं चला रही हैं, जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का प्रचार किया जा रहा है.गीला-सूखा कचरा अलग करने जैसे तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका के 15 वार्ड में सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल है. नगर में लगे पोस्टरों में ही सफाई देखी जा सकती है पर हकीकत में कूड़ों का अंबार क्षेत्र में पाया गया है.

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विभागीय जानकारी की माने तो सफाईकर्मियों की कमी, संसाधनों से लेकर राशि भुगतान जैसी समस्याएं आ रही हैं. इस विषय में आला अधिकारी जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालय से बाहर होने पर अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रभार नहीं दिया जाता है, जिसकी वजह से जनता को उनके आने का इंतजार करना पड़ता है.

Intro:तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र के 15 वार्ड में नहीं होता प्रतिदिन सफाई, कचरे का ढेर तो कहीं नाली जाम तो वहीं कचरा कंटेनर ओवर फ्लो, नगर पालिका में चल रहा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का जमकर प्रचार प्रसार, कार्यालय से अधिकारी नदारत ,फोन सम्पर्क नहीं दिया जवाब।
Body:तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र के अंतर्गत 15 वार्ड हैं जहाँ वर्तमान समय में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का प्रचार प्रसार वाल पेंटिंग, गिला सुखा कचरा अलग करने जैसे तमाम हथकंडा अपनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर नगर पालिका के 15 वार्ड में स्वच्छता का सर्वे ईटीवी भारत द्वारा किया जहाँ नगर के भीड़ वाला क्षेत्र में नालियों का जगह जगह से कचरे से जाम, चौक चौराहे में कचरे का ढेर दिखाई दिया।
हालांकि शासन द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का कई प्रकार से प्रचार प्रसार कर जागरूक कर रहे हैं। जागरुकता का प्रमाण दीवारों पर बड़ी बड़ी बना स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के वाल पेंटिंग पोस्टर साफ हैं । वहीं दूसरी ओर नगर के वार्डों में फैला गंदगी, जाम नाली,कचरा भी साफ साफ सफाई में हो रहे खानापूर्ती का पोल खोल रहे हैं। विभागीय जानकारी की माने तो सफाई कर्मियों की कमी, संसाधनों से लेकर राशि भुगतान जैसे समस्या बाहर आ रहे हैं। हालांकि इस विषय में उच्चस्तरीय अधिकारी जवाब देना जरुरी नहीं समझते वहीं छोटे अधिकारी बोलने से डरते हैं। नगर में 15 वार्डों में चल रहा है सफाई की पहिया 5 सायकल कचरा वाहक, वहीं लगभग 5 कचरा वाहन और 1 बड़े वाहन,लगभग 17 कर्मचारियों से नगर का विकास, वहीं दूसरी ओर शासन द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण में आगे और जमीनी स्तर में सफाई करने में असफल है। Conclusion:इस विषय में जब अधिकारी से जानकारी लेने कार्यालय पहुंचे तो सीएमओ तखतपुर आशीष तिवारी केबिन बंद मिला। फोन सम्पर्क करने पर काल रिसिव नहीं किया और ना ही जवाब देने की जरुरत समझा। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्यालय से बाहर होने पर अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रभार नहीं दिया जाता है जिससे तात्कालीन कार्य के लिए जनता को उनके आने का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में एक दिन का कार्य एक सप्ताह तक टल जाने की शिकायत मिलते रहे हैं।
रिपोर्ट नरेन्द्र ध्रुव तखतपुर बिलासपुर ।
Last Updated : Nov 21, 2019, 2:29 PM IST
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