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बिलासपुर में लापरवाही ने दिया कोरोना को न्यौता, 150 से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित

children infected with corona in bilaspur: बिलासपुर में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है. खासकर बच्चों में जो कि 14 वर्ष तक के हैं, उनमें संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ गया है.

children got corona infected
अधिकतर छोटे बच्चे हुए कोरोना संक्रमित
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Published : Jan 13, 2022, 9:57 PM IST

बिलासपुर: जिले में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. इस बार वैश्विक महामारी ने बच्चों तक को नहीं बख्सा है. आकंड़ों की बात करें ते 156 बच्चों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है और सब कुछ सामान्य होने का दावा कर रहा है.

बिलासपुर में लापरवाही ने दिया कोरोना को न्यौता

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करना पड़ रहा है भारी

बिलासपुर के बच्चों में कोरोना के एक्टिव केस 156 हैं. बदलते मौसम में बरती जा रही लापरवाही से बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. वहीं, संक्रमण के खतरे के बीच बेमौसम बारिश भी लोगों को बीमार कर रहा है.इन दिनों सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोजना 90 फीसदी से अधिक बच्चे सर्दी-खांसी और तेज बुखार का इलाज कराने पहुंच रहे हैं. जांच में ज्यादातर बच्चे वायरल फीवर, निमोनिया का शिकार हो रहे है. जिन्हें तत्काल एडमिट कर इलाज किया जा रहा है. बदलते मौसम के साथ साथ लोगों की लापरवाही मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है.

हालात सामान्य नहीं

स्वास्थ्य विभाग इस मामले में बच्चो में कोरोना संक्रमण के फैलने की बात तो स्वीकार कर रहा है. लेकिन अधिकारी अभी इसे सामान्य बता रहे हैं. बच्चों के ठीक होने के साथ ही संक्रमित बच्चों को होम आइसोलेट किये जाने की बात कही जा रही है. साथ ही सरकारी और निजी असपतालों में पर्याप्त व्यवस्था होने की बात भी विभाग कह रहा है. अभी कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन, वेंटिलेटर बेड सहित बच्चों के कोविड वार्ड तैयार कर लेने की जानकारी सीएमएचओ ने दी है.

यह भी पढ़ेंः Effect of corona on education: उच्च शिक्षा विभाग का आदेश जारी, ऑनलाइन मोड में संचालित होंगी कालेज-विश्वविद्यालय की पढ़ाई

खराब मौसम और लापरवाही से बच्चे हो रहे बीमार

कोरोना की तीसरी लहर का असर और खराब मौसम बच्चों के लिए घातक साबित हो रहा है. ऐसे में परिजनों को जरूरत है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करे. भीड़ वाले इलाके से बच्चों को दूर रखें और स्वच्छता पर ध्यान दें. तभी आप और आपका परिवार कोरोना की तीसरी लहर के कहर से बच सकेगा. स्वास्थ्य विभाग बच्चों के लिए भले ही पूरी व्यवस्था करने की बात कह रहा है. लेकिन सरकारी असपताल में केवल 40 बेड ही बच्चों के लिए है.

कब कब बिलासपुर में बच्चे हुए कोरोना संक्रमित ?

  • 1 जनवरी 2 बच्चे
  • 2 जनवरी 3 बच्चे
  • 3 जनवरी 5 बच्चे
  • 4 जनवरी 8 बच्चे
  • 5 जनवरी 22 बच्चे
  • 6 जनवरी 25 बच्चे
  • 7 जनवरी 17 बच्चे
  • 8 जनवरी 34 बच्चे
  • 9 जनवरी 37 बच्चे

बिलासपुर: जिले में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. इस बार वैश्विक महामारी ने बच्चों तक को नहीं बख्सा है. आकंड़ों की बात करें ते 156 बच्चों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है और सब कुछ सामान्य होने का दावा कर रहा है.

बिलासपुर में लापरवाही ने दिया कोरोना को न्यौता

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करना पड़ रहा है भारी

बिलासपुर के बच्चों में कोरोना के एक्टिव केस 156 हैं. बदलते मौसम में बरती जा रही लापरवाही से बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. वहीं, संक्रमण के खतरे के बीच बेमौसम बारिश भी लोगों को बीमार कर रहा है.इन दिनों सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोजना 90 फीसदी से अधिक बच्चे सर्दी-खांसी और तेज बुखार का इलाज कराने पहुंच रहे हैं. जांच में ज्यादातर बच्चे वायरल फीवर, निमोनिया का शिकार हो रहे है. जिन्हें तत्काल एडमिट कर इलाज किया जा रहा है. बदलते मौसम के साथ साथ लोगों की लापरवाही मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है.

हालात सामान्य नहीं

स्वास्थ्य विभाग इस मामले में बच्चो में कोरोना संक्रमण के फैलने की बात तो स्वीकार कर रहा है. लेकिन अधिकारी अभी इसे सामान्य बता रहे हैं. बच्चों के ठीक होने के साथ ही संक्रमित बच्चों को होम आइसोलेट किये जाने की बात कही जा रही है. साथ ही सरकारी और निजी असपतालों में पर्याप्त व्यवस्था होने की बात भी विभाग कह रहा है. अभी कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन, वेंटिलेटर बेड सहित बच्चों के कोविड वार्ड तैयार कर लेने की जानकारी सीएमएचओ ने दी है.

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खराब मौसम और लापरवाही से बच्चे हो रहे बीमार

कोरोना की तीसरी लहर का असर और खराब मौसम बच्चों के लिए घातक साबित हो रहा है. ऐसे में परिजनों को जरूरत है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करे. भीड़ वाले इलाके से बच्चों को दूर रखें और स्वच्छता पर ध्यान दें. तभी आप और आपका परिवार कोरोना की तीसरी लहर के कहर से बच सकेगा. स्वास्थ्य विभाग बच्चों के लिए भले ही पूरी व्यवस्था करने की बात कह रहा है. लेकिन सरकारी असपताल में केवल 40 बेड ही बच्चों के लिए है.

कब कब बिलासपुर में बच्चे हुए कोरोना संक्रमित ?

  • 1 जनवरी 2 बच्चे
  • 2 जनवरी 3 बच्चे
  • 3 जनवरी 5 बच्चे
  • 4 जनवरी 8 बच्चे
  • 5 जनवरी 22 बच्चे
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