गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: चक्रवात और द्रोणिका का असर (Effect of Dronika in Chhattisgarh) प्रदेश में फिर एक बार देखने को मिल रहा है. प्रदेश के अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में मौसम ने करवट बदलते हुए घनघोर बारिश की. मौसम विभाग के अनुसार बारिश के दौरान जिले में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली. 14 मिली मीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम वैज्ञानिक निखिल वर्मा ने कहा कि यह सिलसिला अगले दो से तीन दिनों तक जारी रह सकता है. जिले में गरज चमक के साथ अंधड़ चलेंगी. साथ ही अच्छी बारिश हो सकती है.
कई जगह पेड़ उखड़कर गिर गए
जिले में पिछले 2 दिनों से लगातार आसमान में काले घने बादल छाए हुए हैं. शुक्रवार को बारिश होने से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बंद हो गई. वहीं कई जगह पेड़ उखड़कर गिर गए. घरों के टीन के सेड के साथ दीवार भी गिरने की खबर है. वही घंटे भर की बारिश से शहरी क क्षेत्र की व्यवस्था की पोल खुल गई. मुख्य सड़क पर कई बारिश का पानी जमा हो गया. जिससे आने जाने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ा.
द्रोणिका के असर से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश के आसार
तीन द्रोणिका के कारण हो रही बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर अंदरूनी कर्नाटक के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है. एक द्रोणिका उत्तर अंदरूनी कर्नाटक से दक्षिण केरल तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. दूसरा चक्रवाती घेरा उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर है. साथ ही एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर मध्य मध्य प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक झारखंड होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर बनी हुई है. द्रोणिका की अनियमित गति उत्तर मध्य मध्य प्रदेश से मराठवाड़ा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर है.