गौरेला पेंड्रा मरवाही: पूरे प्रदेश भर में CGPSC की परीक्षा का आयोजन किया गया. इस कड़ी में जीपीएम में पहली बार सीजीपीएसी परीक्षा के गौरेला और पेंड्रा में 9 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे, जिसमें 2,095 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन 1,579 परीक्षार्थी ही शामिल हुए. वहीं 516 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे. पहली बार जिले में आयोजित की जा रही CGPSC की परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी काफी उत्साहित दिखाई दिए.
संविधान से जुड़े प्रश्नों के अलावा सभी प्रश्न थे सरल: वहीं परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि "इस साल संविधान के प्रश्नों के अलावा सभी प्रश्न सरल थे. नवगठित जिला मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी को लेकर प्रश्न पूछा गया. सवाल था कि यह जिला छत्तीसगढ़ की किस दिशा में स्थित है. संविधान से जुड़े प्रश्न, हिंदी में शब्दों का अर्थ, छत्तीसगढ़ से संबंधित प्रश्न पूछे गए. परीक्षा को लेकर महिला और दिव्यांग परीक्षार्थियों में खासा उत्साह देखा गया. अपने जिले में ही परीक्षा आयोजित होने से महिला और दिव्यांग परीक्षार्थियों को राहत मिली, नहीं तो हर बार उन्हें एग्जाम देने के लिए दूसरे जिले में जाना पड़ता था. इससे समय के साथ-साथ पैसा भी खर्च होता था."
दिव्यांग अभ्यर्थी के लिए की गई व्हीलचेयर की व्यवस्था : गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया के संज्ञान में आने पर परीक्षा देने आए दिव्यांग रोहित कुमार को तत्काल व्हीलचेयर उपलब्ध कराया गया. कलेक्टर ने परीक्षा प्रभारी आनंदरूप तिवारी और समाज कल्याण विभाग को व्हीलचेयर दिलाने के लिए निर्देशित किया. स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल सेमरा के परीक्षा केन्द्र में रोहित कुमार परीक्षा देने आए थे. वे अस्थि बाधित दिव्यांग हैं. उन्हें समाज कल्याण विभाग की सहायक उपकरण प्रदाय योजना के तहत व्हीलचेयर उपलब्ध कराया गया.
वहीं जिले के नोडल अधिकारी आनंदरूप तिवारी ने बतलाया कि "परीक्षा शान्तिपूर्ण ढंग से पूरा हुआ और एक परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में आने में दिक्कत हो रही थी. जिसे जिले के कलेक्टर के निर्देश पर तत्काल प्रशासन ने व्हीलचेयर उपलब्ध कराया.