बिलासपुर: छत्तीसगढ़ आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर चर्चा फिर तेज हो गई है. आरक्षण मामले में राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने बिलासपुर में बड़ा बयान दिया है. बिलासपुर में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए राज्यपाल ने कहा कि, "आरक्षण संशोधन विधेयक का मामला पिछले गर्वनर के समय का है, जो विवादित था. सब जानते हैं इसमें क्या स्थिति है. पिछले गवर्नर के समय ही मामले का पूरा खुलासा हो चुका है. ऐसे में अब इस पर बात करने का कोई औचित्य नहीं बनता है."
अब भी राजभवन में अटका है आरक्षण बिल: राज्य के जातिगत आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर सरकार और राजभवन दोनों एक दूसरे के आमने-सामने हैं. राज्य के विधानसभा से विधेयक पारित हो गया, लेकिन राज्यपाल ने अब तक इस पर हस्ताक्षर नहीं किया है, जिससे मामला अटका हुआ है. इस मामले में राज्य में नौकरियों के साथ ही जातिगत आरक्षण के कई आवश्यक कार्यों में लोगों को परेशानियां हो रही है. आरक्षण को लेकर चल रहे खींचतान के बीच फैसला अब तक नहीं हो पाया है.
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प्रदेश की राजनीति गरमाने की संभावना बढ़ी: वहीं इस मामले में हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल हो चुकी है. इस याचिका पर सुनवाई लंबित है. ऐसे में राज्यपाल के इस बयान ने यह साबित कर दिया है कि, वह भी इस बिल पर शायद ही ध्यान देने वाले हैं. ऐसे में आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाने की संभावना फिर तेज हो गई है.