बिलासपुर: जिले की टिकरापारा निवासी युवती निशा सिंह की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ रहा है. अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ पीड़ित परिवार के आरोपों और शहरभर में कार्रवाई को लेकर हुए आंदोलन के बाद CMHO ने 2 सदस्यीय जांच टीम गठित की है. इसके साथ ही मामले से जुड़े सभी दस्तावेज भी तलब किए हैं.
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इलाज में लापरवाही ने पकड़ा तूल
पीड़ित परिवार जल्द न्याय और दोषियों पर कार्रवाई के लिए लगातार प्रशासन पर दवाब बना रहा है. परिजनों ने पहले ज्ञापन देकर स्वास्थ्य मंत्री से जांच की मांग की थी और उसके बाद सरकंडा थाना का घेराव कर संबंधित डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए भी ज्ञापन दिया था. जिसके बाद निशा सिंह की मौत के मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी प्रमोद महाजन ने 2 सदस्यीय जांच टीम गठित की. साथ ही मामले से जुड़े सभी दस्तावेज भी तलब किए हैं.
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प्लास्टिक सर्जरी के बाद निशा की हुई मौत
बता दें कि टिकरापारा में रहने वाले विजय सिंह की बेटी निशा सिंह को एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑपरेशन के बाद लगभग ठीक हो चुकी निशा सिंह को अपोलो अस्पताल प्रबंधन की तरफ से जबरन प्लास्टिक सर्जरी करने का दबाव परिवार पर डाला गया. प्लास्टिक सर्जरी के बाद लगातार निशा की तबीयत बिगड़ती चली गई और बीते बुधवार को निशा ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने इस मामले को लेकर सरकंडा थाने में शिकायत भी दर्ज की है. परिजनों ने अपोलो पर गलत इलाज और नेगिलिजेंस का आरोप लगाया है. इस मामले में जल्द जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात जरूर की जा रही है लेकिन परिजनों को घटना के 6 दिन बाद आज भी न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है.