बिलासपुर: होम लोन और फ्लैट बेचने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले बिल्डर, बैंक मैनेजर सहित 4 बैंक कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत अजाक थाने में अपराध दर्ज किया गया है. आरोपियों ने रेलवे कर्मचारी को धोखाधड़ी का शिकार बनाया है.
दरअसल, तोरवा क्षेत्र में रहने वाले रेल कर्मचारी प्रार्थी विघ्नेश्वर नायक ने बिल्डर राजेश सेठ से 25 लाख रुपये में एक फ्लैट बुक कराया था, लेकिन बाद में रकम कम पड़ने के कारण विघ्नेश्वर ने फ्लैट लेने से मना कर दिया. जिसके बाद बिल्डर राजेश सेठ ने सेंट बैंक से होम लोन दिलाने की बात कहकर जरूरी दस्तावेज बैंक में जमा करा दिए और उसके नाम से लोन पास करा लिया. इसके बाद हर महीने विघ्नेश्वर के लोन की किश्त कटने लगी, लेकिन बिल्डर ने फ्लैट विघ्नेश्वर के नाम नहीं किया.
बैंक मैनेजर से मिलीभगत कर लेता रहा पैसा
इस दौरान विघ्नेश्वर ने बैंक में भी अपनी आपत्ति लगाई और बिना अनुमति के बिल्डर को पैसा देने से मना कर दिया. इसके बाद भी बिल्डर, बैंक मैनेजर से मिलीभगत कर लोन का पैसा लेता रहा. बाद में प्रार्थी शिकायत न करने की धमकी भी दी गई. जिसके बाद विघ्नेश्वर ने मामले की शिकायत अजाक थाने में की.
आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज
जांच के बाद अजाक पुलिस ने बिल्डर राजेश सेठ, सेंट बैंक के तत्कालीक बैंक मैनेजर शशि भूषण, वर्तमान बैंक मैनेजर आर.एस.पी.राव, लोन सेक्शन अधिकारी अपर्णा विश्वास सहित बैंक कर्मचारी नितीन निगम के खिलाफ धारा 420 और एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.