ETV Bharat / state

चंद्रिका तिवारी की मौत का मामलाः परिवार वाले पुलिस पर लगा रहे मारपीट का आरोप, पुलिस ने किया खारिज

जमीन विवाद को लेकर मरवाही थाना लाए गए भाजपा नेता चंद्रिका तिवारी की रतनपुर के पास मौत हो गई. मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि थाने में पुलिस की पिटाई के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने से मौत हुई है. जबकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया है.

पीड़ित
author img

By

Published : Apr 9, 2019, 8:56 AM IST

Updated : Apr 9, 2019, 12:30 PM IST

बिलासपुर: जमीन विवाद को लेकर मरवाही थाना लाए गए भाजपा नेता चंद्रिका तिवारी की रतनपुर के पास मौत हो गई. मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि थाने में पुलिस की पिटाई के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने से मौत हुई है. जबकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया है.

मंगलवार सुबह चंद्रिका के परिजन और स्थानीय लोग शव को लेकर मरवाही थाने पहुंचे. परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आरोपी थानेदार पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.

जमीन को लेकर हुआ विवाद
दरअसल बीते रविवार चंद्रिका तिवारी और उनके भाई पुष्पेंद्र तिवारी के बीच जमीनी विवाद हुआ. इसके बाद के पुलिस दोनों भाइयों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर थाने ले आई. इस दौरान चंद्रिका तिवारी की तबीयत बिगड़ने लगी और उनके बेटे ने आनन-फानन में 112 में फोन कर दिया.

टीआई पर मारपीट के आरोप
इस बात से नाराज टीआई ने चंद्रिका और उनके पुत्र के साथ गाली-गलौज और पिटाई शुरू कर दी. पिटाई के दौरान मृतक का दांत टूट गया और उसके बेटे को भी चेहरे पर चोट आई हैं. अगले दिन सुबह चंद्रिका तिवारी और पुत्र दिनेश तिवारी को कार्यपालक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया.

चंद्रिका की तबीयत बिगड़ी
इस दौरान चंद्रिका की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत मरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया. बिलासपुर ले जाने के दौरान चंद्रिका ने दम तोड़ दिया.

परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया है कि चंद्रिका तिवारी की मौत पुलिस द्वारा मारपीट की वजह से हुई है. हालांकि पुलिस इस आरोप से बचती नजर आ रही है. पुलिस का कहना है कि चंद्रिका और उनके बेटे के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं की गई है.

बहरहाल पुलिस कस्टडी के दौरान बीजेपी नेता की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले ने पुलिस प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

चंद्रिका तिवारी की मौत का मामला

बिलासपुर: जमीन विवाद को लेकर मरवाही थाना लाए गए भाजपा नेता चंद्रिका तिवारी की रतनपुर के पास मौत हो गई. मामले में परिजनों ने आरोप लगाया है कि थाने में पुलिस की पिटाई के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने से मौत हुई है. जबकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया है.

मंगलवार सुबह चंद्रिका के परिजन और स्थानीय लोग शव को लेकर मरवाही थाने पहुंचे. परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आरोपी थानेदार पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.

जमीन को लेकर हुआ विवाद
दरअसल बीते रविवार चंद्रिका तिवारी और उनके भाई पुष्पेंद्र तिवारी के बीच जमीनी विवाद हुआ. इसके बाद के पुलिस दोनों भाइयों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर थाने ले आई. इस दौरान चंद्रिका तिवारी की तबीयत बिगड़ने लगी और उनके बेटे ने आनन-फानन में 112 में फोन कर दिया.

टीआई पर मारपीट के आरोप
इस बात से नाराज टीआई ने चंद्रिका और उनके पुत्र के साथ गाली-गलौज और पिटाई शुरू कर दी. पिटाई के दौरान मृतक का दांत टूट गया और उसके बेटे को भी चेहरे पर चोट आई हैं. अगले दिन सुबह चंद्रिका तिवारी और पुत्र दिनेश तिवारी को कार्यपालक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया.

चंद्रिका की तबीयत बिगड़ी
इस दौरान चंद्रिका की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत मरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया. बिलासपुर ले जाने के दौरान चंद्रिका ने दम तोड़ दिया.

परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया है कि चंद्रिका तिवारी की मौत पुलिस द्वारा मारपीट की वजह से हुई है. हालांकि पुलिस इस आरोप से बचती नजर आ रही है. पुलिस का कहना है कि चंद्रिका और उनके बेटे के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं की गई है.

बहरहाल पुलिस कस्टडी के दौरान बीजेपी नेता की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले ने पुलिस प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

Intro:09.04_CG_MUKESH_BLS_MAUT_AVB


बिलासपुर पारिवारिक जमीन विवाद के बाद पीड़ित भाजपा नेता को 112 आपातकालीन सेवा में फोन कर शिकायत की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी शिकायत से नाराज थानेदार की पिटाई के बाद बिगड़ी तबीयत से भाजपा नेता चंद्रिका प्रसाद तिवारी की मौत हो गई है मामले में आरोपी और चश्मदीद मृतक के पुत्र ने मरवा आईटी आईएस का पर थाने में उसके पिता और उसकी पिटाई के बाद सुबह मुचलके जमानत के लिए प्रस्तुत किए जाने के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद सिम्स ले जाने के दौरान रतनपुर में मौत हो गई वहीं पुलिस के आला अधिकारी चंद्रिका प्रसाद की मौत पुलिस की पिटाई से नहीं होना बता रहे हैं दरअसल पूरा मामला मरवाही थाना क्षेत्र के कुमारी गांव का है जहां रहने वाले चंद्रिका प्रसाद तिवारी उसके परिवार से जमीन का विवाद चल रहा था इसी को लेकर दोनों के बीच में आए दिन कहासुनी हुआ करता बीते रविवार को चंद्रिका तिवारी और पुष्पेंद्र तिवारी का फिर एक बार विवाद हुआ जिसके बाद मरवाही थाने में इसकी सूचना दी गई जिस पर पुलिस ने चंद्रिका प्रसाद तिवारी और उसके भाई दोनों परिवार के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज कर लिया पर चंद्रिका तिवारी ने आपातकालीन सेवा 112 में घटना की शिकायत की पूरे मामले की सूचना देने के बाद जब मरवाही थानेदार को इस बात की जानकारी लगी कि पीड़ित पक्ष ने 112 को फोन किया तो वह बस में आ गए और गुस्से में गाली गलौज करते हुए पीड़ित परिवार पर टूट पड़ा लात घुसा से उसकी पिटाई कर दी मौके पर चंडिका प्रसाद तिवारी की पत्नी भी मौजूद थी उसके अनुसार उसके पति को जमीन में लिटा कर थानेदार ने लात और घूंसे से मारा और बार-बार गाली देकर कह रहा था कि 112 को सूचना दे रहे हो कोई तुम्हारा नौकर है जो आधी रात को तुम्हारे घर आएगा पुलिस की पिटाई की भयावहता का अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पिटाई के दौरान मृतक का दांत टूट गया और उसके बेटे के चेहरे में अभी भी पुलिस की पिटाई और चोट के निशान मौजूद है दूसरे दिन सुबह चने का प्रसाद तिवारी और उसके बेटे दिनेश तिवारी को कार्यपालक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां चंद्रिका प्रसाद तिवारी की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत मरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया वहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए तत्काल डाक्टरों ने बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया और और परिजन जब चंद्रिका प्रसाद को लेकर बिलासपुर सिम्स के लिए निकले कि बीच रास्ते रतनपुर में चंद्रिका प्रसाद की मौत हो गई मृतक का शव देर रात लगभग 2:00 बजे उनके आवास पर पहुंचा उसके बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई इसके पहले चंद्रिका प्रसाद तिवारी की मौत की खबर लगने के बाद परिजन थाने के सामने एकत्र होने लगे और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस ने a73 आसपास के थाने से पुलिस बल बुला लिया था

बाइट दिनेश तिवारी मृतक का बेटा और चश्मदीद
बाइट मृतक की पत्नी चश्मदीद
बाईट अशोक वड़ेगांव कर एसडीओपी पेंड्रा


Body:09.04_CG_MUKESH_BLS_MAUT_AVB


Conclusion:09.04_CG_MUKESH_BLS_MAUT_AVB
Last Updated : Apr 9, 2019, 12:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.