बिलासपुर: बिलासपुर के मस्तुरी थाना क्षेत्र में एक युवक सड़क हादसे का शिकार हो गया. हादसे में घायल युवक को इलाज के लिए निजी अस्पताल में लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आरोप है कि मोत की बात सुनकर परिजन हंगामा मचाने लगे और स्टाफ के साथ मारपीट भी की. वहीं परिजनों ने भी आरोप लगाया कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने उनके परिवार के साथ मारपीट की है.
क्या है पूरा मामला: सोमवार की रात मस्तूरी थाना क्षेत्र के बकरकुदा गांव में रहने वाले निशू बर्मन सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया. परिजनों के द्वारा उसे इलाज के लिए तोरवा पावर हाउस स्थित निजी अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने निशु बर्मन को मृत घोषित कर दिया. इस पर परिजन गुस्से में हंगामा मचाने लगे. परिजनों ने आरोप लगाया कि "डॉक्टरों ने बिना जांच किए लापरवाही पूर्वक निशु बर्मन को मृत घोषित कर दिया." आरोप है कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने परिजनों के साथ मारपीट की है.
गांववालों ने शव सड़क पर रख किया हंगामा: इस गहमागहमी भरे माहौल के बीच गांववालों को सूचना देने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे. सभी ग्रामीणों ने गेट के सामने शव रखकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया.मामले के जानकारी मिलने पर अलग अलग थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी और पुलिस बल मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों को समझाइश दी. लेकिन देर रात तक परिजन अस्पताल स्टाफ पर एफआईआर और मुआवजा की मांग को लेकर डटे रहे. देर रात तक परिजनों का हंगामा जारी रहा. इस दौरान हॉस्पिटल के सामने चक्काजाम जैसी स्थिति बनने लगी.
पुलिस मामले की जांच में जुटी: चक्काजाम की स्थिती बनने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया. पुलिस ने जब दोबारा परिजनों को समझाईश दी, तब जकर मामला शांत हुआ. फिलहाल मामले में अस्पताल प्रबंधन कुछ भी बोलने से बच रहा है. पुलिस द्वारा पूरे मामले की जानकारी जुटाकर जांच की जा रही है.