बिलासपुर: जिले में आम आदमी पार्टी ने बिलासपुर और कोटा के विधायक के बंगले का घेराव किया. साथ ही 5 साल का हिसाब भी मांगा. आप ने पिछले 5 साल में शहर के विकास और गरीबों के लिए किए गए खर्च का हिसाब विधायकों से मांगा. हालांकि घेराव के दौरान दोनों ही विधायक आप कार्यकर्ताओं को नहीं मिले. जिसके बाद आप कार्यकर्ताओं ने विधायकों के बंगले से सामने धरना प्रदर्शन किया.
आम आदमी पार्टी ने मांगा 5 साल का हिसाब: दरअसल, गुरुवार को आम आदमी पार्टी की बिलासपुर इकाई ने कोटा विधायक रेणु जोगी और बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय के बंगले का घेराव किया. आप कार्यकर्ता दोनों विधायकों से 5 साल में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में किए कार्यों का हिसाब मांगे. इस दौरान आप नेता प्रियंका शुक्ला ने कहा कि, "हम यहां विधायकों से ये जवाब मांगने आए हैं कि उन्होंने 5 साल में गरीबों पर कितना पैसा खर्च किया? कितने गरीबों का घर बनाया?"
आम आदमी पर्टी का आरोप: आम आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव प्रियंका शुक्ला ने कहा कि, " वे जिस भी विधायक के घर जा रहे हैं, वह उन्हें नहीं मिल रहे हैं. विधायक जनता को हिसाब देने से खुद को बचा रहे हैं.जब आम आदमी पार्टी उनसे यह सवाल पूछने जाती है तो विधायक मुंह छुपा कर कहीं और चले जाते हैं. आम आदमी पार्टी की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब नहीं देते हैं."
गरीबों का मकान तोड़ने का आरोप: आप का आरोप है कि बिलासपुर विधानसभा में तालापारा और चांटीडीह में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर गरीबों को बस्तियों से हटाया जा रहा है.उन्हें उसी जगह पर मकान बनाकर दिए जाने का आश्वसन देकर उनके मकानों को तोड़ दिया गया है. निगम ने अब तक उन लोगों को कहीं और मकान नहीं दिया है. इससे गरीबों को जीवन काफी दिक्कतें हो रही है.
सरकार ने गरीबों के लिए नहीं किया कोई काम: बता दें कि बिलासपुर में आम आदमी पार्टी प्रदेश के 90 विधानसभा में क्षेत्रिय विधायकों के बंगले का घेराव कर रही है. साथ ही उनसे विकास कार्यों का हिसाब भी मांग रही है.आप पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी ने विधायकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में किसी तरह का कोई विकास कार्य नहीं किया है. इसके अलावा गरीबों लोगों के मकान को बेजा कब्जा कहते हुए हटा दिया गया है. कईयों के मकान को तोड़ दिया गया है.