बिलासपुर: जिले के आखिरी स्वतंत्रता सेनानी नंदू राव भांगे का राजकीय सम्मान के साथ धमनी गांव मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया. 94 साल के भांगे का निधन गुरुवार रात को बिलासपुर जिला अस्पताल में हुआ. उनका पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
नंदू राव भांगे बिलासपुर जिले के चकरभाठा बस्ती तहसील बोदरी के रहने वाले थे. 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. स्वतंत्रता सेनानी के आकस्मिक निधन की खबर लगते हैं जिला प्रशासन के सभी अधिकारी कर्मचारी उनके निवास स्थान पर पहुंचे और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए.
स्वतंत्रता सेनानी नंदू राव भांगे पंचतत्व में विलीन: शुक्रवार दोपहर 1 बजे उनकी अंतिम यात्रा ग्राम चकरभाठा बस्ती से धमनी के महारा समाज के मुक्तिधाम तक निकाली गई. अंतिम यात्रा में बिलासपुर जिला रिटायर्ड सैनिक संघ सहित पुलिस जवान के साथ क्षेत्र के कई सम्मानीय व नगर के सभी समाज के लोग शामिल हुए. शव यात्रा राजकीय सम्मान के साथ देशभक्ति गाने की धुन पर निकाली गई . इस बीच भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा भांगे जी आपका नाम रहेगा, वंदे मातरम के नारे लगाए गए. पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया. 2 मिनट का मौन धारण कर सभी ने उन्हें सम्मान दिया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
गांव के लोगों ने चकरभाठा एयरपोर्ट चौक पर नंदू राव भांगे की मूर्ति स्थापित करने और उस चौक का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चौक रखने की मांग जिला प्रशासन से की है. प्रशासनिक अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से बात कर इस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.