बिलासपुर : मजदूरों की लगातार प्रदेश वापसी हो रही है. प्रवासी मजदूरों की वापसी ने प्रदेश में कोरोना के केसेज़ बढ़ा दिए हैं. 20 मई को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिलासपुर लौटे एक मजदूर ने सिम्स में दम तोड़ दिया था. दरअसल ये मजदूर मस्तूरी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहरा हुआ था, जहां उसे सर्दी-खांसी और सांस लेने में तकलीफ की बात सामने आई. फिर उसे आनन-फानन में सिम्स में भर्ती कराया गया था. सैंपल जांच के लिए रायपुर AIIMS भेज दिया गया है, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. वहीं जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कुछ भी कहने से बच रहा है.
बिलासपुर जिले में भी 55 दिनों तक कोई नया केस नहीं आया था, लेकिन कोरोना के 10 केस सामने आने से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है. अब तक जिले में कुल 11 केस सामने आए हैं, जिसमें से एक मरीज ठीक भी चुका है. 10 मरीजों का इलाज जारी है.
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रेड जोन में तखतपुर और मस्तूरी
इन मरीजों में सबसे ज्यादा मरीज तखतपुर और मस्तूरी तहसील के हैं. 5 तखतपुर और 2 मस्तूरी के मरीज हैं. इसके अलावा बिलासपुर, कोटा और बिल्हा ब्लॉक से एक-एक मरीजों की पुष्टि हुई है. सभी का इलाज कोविड-19 संभागीय अस्पताल में चल रहा है, हालांकि सिम्स में भी इलाज की सुविधा है, लेकिन अभी किसी को वहां भर्ती नहीं कराया गया है.