बिलासपुर: साल 2023 खत्म होने वाला है. जल्द ही साल 2024 की एंट्री हो जाएगी. साल 2023 कई लोगों के लिए बेहतर रहा तो कई लोगों के लिए गमों से भरा हुआ रहा. बिलासपुर में भी साल 2023 में कई बड़ी घटनाएं घटी. बिलासपुर जिला पूरे प्रदेश में कई मामलों में पूरे साल चर्चा में रहा है.आइए एक नजर डालते हैं साल 2023 के उन बड़ी घटनाओं पर जो सुर्खियों में रही.
कईयों के हाथ से गई सत्ता: साल 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव हुआ. इस चुनाव के पहले जहां कांग्रेस सत्ता में रही. वहीं, बिलासपुर में कुछ कांग्रेसी नेता और विधायक पावर में रहे. जिले में कांग्रेसियों की तूती बोलती रही. लेकिन साल के अंत होते तक विधानसभा चुनाव ने उनके हाथों से पावर छीन लिया. दरअसल, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली. कई दिग्गज नेताओं को इस साल हार का सामना करना पड़ा.
बिलासपुर स्टेडियम में लगा फ्लड लाइट: बिलासपुर का सबसे पुराना क्रिकेट स्टेडियम राजा रघुराज सिंह में फ्लड लाइट लगाई गई. प्लेयर्स के खेलने के लिए लाइट की ये खास व्यवस्था की गई है. यहां स्टेडियम के चारों तरफ बड़े-बड़े पोल लगाए गए हैं, जिनमें लगभग 300 लाइट लगाई गई है. इस लाइट के लग जाने से अब बिलासपुर का रघुराज सिंह स्टेडियम क्रिकेट जगत में अपना एक अलग नाम स्थापित कर लिया है. यहां अब दूधिया रोशनी में क्रिकेट मैच खेला जाएगा.
बिलासपुर में साल भर होते रहे बड़े क्राइम: बिलासपुर में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती रही. साल 2023 की शुरुआत से ही मारपीट, गुंडागर्दी, हत्या, चोरी, लूट जैसी वारदातें सामने आती रही. इसके बाद कुछ समय जिले में शांत माहौल रहा. हालांकि बाद में फिर क्राइम बढ़ते गए. ऐसे मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने भी बिलासपुर पुलिस को क्राइम रोकने हिदायत दी. इसके बाद भी पुलिस की लचर व्यवस्था ने बिलासपुर जिले को पूरे प्रदेश में बदनाम किया. कांग्रेसी नेताओं की गुंडागर्दी ने आम जनता को परेशान कर दिया. कांग्रेसी नेता गुंडागर्दी तो कर ही रहे थे. कुल मिलाकर साल भर जिले में क्राइम होता रहा.
अधूरे विकास कार्य पूरा होने के बाट जोह रहे लोग: बिलासपुर में लगातार विकास को लेकर कई योजनाएं चल रही थी, जिनमें सबसे बड़ी योजना अरपा नदी में पूरे साल पानी रहने के लिए दो बैराज और नदी के दोनो किनारे पर सिक्स लेन और फोरलेन सड़क निर्माण करना था. इसके अलावा अंडरग्राउंड सीवरेज प्रोजेक्ट और लोगों के घरों तक पीने का शुद्ध पानी पहुंचे, इसके लिए अमृत मिशन योजना शुरू की गई थी. लेकिन यह योजना सालों से पूरा नहीं हो पाई. अंडरग्राउंड सिवरेज प्रोजेक्ट की बात करें तो यह प्रोजेक्ट लगभग 15 साल से चल रहा है. लेकिन इसका काम अब तक पूरा नहीं हुआ है.
अमृत भारत स्टेशन में बिलासपुर हुआ शामिल: बिलासपुर जिले का मुख्य स्टेशन बिलासपुर जंक्शन अमृत भारत स्टेशन में शामिल हुआ है. भारत की कुछ चुनिंदा स्टेशनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना के तहत विकास करने और एयरपोर्ट की सुविधा के साथ ही सिटी सेंटर बनाने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई है. बिलासपुर जंक्शन भी अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल किया गया है. इस योजना के तहत अब बिलासपुर स्टेशन का कार्य शुरू भी कर दिया गया है. मुख्य द्वार पर लगभग 100 फीट ऊंचा सेट तैयार किया गया है, जो आने वाले समय में स्टेशन की भव्यता दर्शाएगा.
नदी से अवैध रेत उत्खनन ने ली तीन बहनों की जान: बिलासपुर की जीवन दायिनी अरपा नदी में पूरे साल पानी नहीं बहता. लेकिन इसकी रेत काफी कीमती है. अरपा नदी में भारी मात्रा में रेत रहता है. इसकी अवैध खुदाई भी होती है. रेत माफिया जगह-जगह रेट घाट बनाकर अवैध रेत उत्खनन करते हैं और लाखों रुपए कमाते हैं. बिलासपुर जिले में लगभग 14 शासकीय रेत खदान है जिनमें चार ही संचालित की जा रही है और बाकी बंद है. साल 2023 में एक ही परिवार की तीन बहनों की मौत हो गई थी. बारिश के दौरान अरपा नदी में अत्यधिक पानी भर गया था और सेंदरी ग्राम में नदी पर अवैध उत्खनन की वजह से कुआं जैसा गड्ढा हो गया था. पानी भरने की वजह से तीनों बहनों को यह एहसास नहीं हो पाया कि पानी के नीचे मौत इंतजार कर रही है. तीनों बहन नदी में उतरकर नहा रही थी. तभी गहरे गड्ढे में जाने की वजह से तीनों बहन की मौत हो गई. इस पर काफी हंगामा भी हुआ.
जू में एस्ट्रेलियाई शुतुरमुर्ग का कुनबा बढ़ा: बिलासपुर संभाग का एकमात्र जू कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क का ये साल बहुत अच्छा गुजरा. यहां ऑस्ट्रेलिया शुतुरमुर्ग का कुनबा बढ़ गया है. पहले शुतुरमुर्ग नर और मादा एक जोड़ा था और यह पिछले दो सालों से लगातार अंडे देते आ रहा है लेकिन फर्टिलाइज नहीं होने की वजह से अंडे से बच्चे नहीं निकल पा रहे थे लेकिन इस साल फरवरी मार्च महीने में शुतुरमुर्ग के 12 अंडों में से तीन अंडों से बच्चे निकले हैं. यह बच्चे अब लगभग 10 महीने के हो गए हैं. यह अपने मां-बाप के बराबर हो गए हैं.
हाईकोर्ट ने सिम्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल की व्यवस्था सुधारने पर लिया संज्ञान: छत्तीसगढ़ का दूसरा बड़ा शहर बिलासपुर है. यहां हाईकोर्ट होने की वजह से बिलासपुर को न्यायधानी भी कहा जाता है. न्यायधानी होने के नाते हाई कोर्ट बिलासपुर के कई जनहित के मुद्दों को लेकर स्वताः संज्ञान लेता है. छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान यानी सिम्स मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था को लेकर अक्सर मीडिया में खबरें प्रसारित होती रही है. इन खबरों को लेकर अब हाई कोर्ट सिम्स की व्यवस्था सुधारने का जिम्मा उठा लिया था. हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने सिम्स की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं. लगातार हो रही सुनवाई में कार्य के प्रोग्रेस के साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जानकारी लेते हैं. पिछले दिनों सिम्स मेडिकल कॉलेज को ओएसडी नियुक्त कर व्यवस्था सुधरवा रही है.
एक साल में आए तीन कलेक्टर: राज्य सरकार और चुनाव आयोग ने मिलकर बिलासपुर में 1 साल में तीन कलेक्टर भेज दिए. पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने बिलासपुर के कलेक्टर रहे सारांश मित्तर को प्रमोशन देकर मंत्रालय में नई जिम्मेदारी दी और उनकी जगह में आई ए एस संजीव झा को भेजा गया था, लेकिन 2023 के अंतिम से पहले ही छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव आयोजित हुआ. इस चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने प्रशासनिक सर्जरी करते हुए बिलासपुर कलेक्टर संजीव झा को अन्यंत्र स्थान भेज कर उनकी जगह में आई ए एस अवनीश शरण को बिलासपुर का प्रभार सौंपा है.
मल्टी लेवल पार्किंग और ऑटोमेटिक सिग्नल विद कैमरा कंट्रोल सिस्टम: मेट्रो सिटी की तर्ज पर बिलासपुर में मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है. 3 मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण होना है जिसमें एक की सौगात 2023 में बिलासपुर को मिल चुकी है. इसके अलावा आईटीएमएस, ऑटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल और मैन्युअल कैमरे हैंडलिंग सिस्टम लगाया गया है. जिससे कानून व्यवस्था बनाए रखने में काफी मदद मिल रही है. इसके अलावा घटना को अंजाम देने के बाद भागने वाले अपराधियों को भी पकड़ने में इससे मदद मिल रही है.