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बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में केज तोड़कर निकला भालू

बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में केज तोड़कर एक भालू बाहर आ गया. जिसने अपने पंजे के वार से एक शख्स को घायल कर दिया. जबकि दो महिलाओं को दौड़ा दिया. काफी मशक्कत के बाद भालू को वापस केज में डाला (Bear came out after breaking cage in Bilaspur Kanan Pendari Zoological Park ) गया.

Bilaspur Kanan Pendari Zoological Park
बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क
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Published : Jul 9, 2022, 5:43 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में शुक्रवार को एक नर भालू केज तोड़कर बाहर आ गया (Bear came out after breaking cage in Bilaspur Kanan Pendari Zoological Park ) था, जिससे जू में हड़कंप मच गया था. इस दौरान भालू ने कानन घूमने आए पर्यटक पर पंजे से हमला कर उसे घायल कर दिया था. इसके अलावा दो महिलाओं को दौड़ाया भी था. इस पूरे मामले में रेस्क्यू के दौरान भालू को पकड़ लिया गया है. हालांकि इस मामले में जू कीपर की लापरवाही सामने आ रही है. अब कानन प्रबंधन पूरे मामले की जांच कर रहा है.

ये है पूरा मामला: बता दें कि कानन पेंडारी जू में शुक्रवार को फिर एक कर्मचारी की लापरवाही सामने आई है. भालू अपना केज तोड़कर बाहर निकल गया था. केज को खाली देखते हुए जू कीपर दहशत में आ गए. अधिकारियों के डर से कर्मचारी अपने स्तर पर खोजबीन करते रहे. लगभग घंटे भर बाद भी भालू नहीं मिला तो इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई. भालू के गायब होने की सूचना मिलते ही अधिकारियों के होश उड़ गए. उन्होंने सभी कर्मचारियों को भालू की तलाश में लगा दिया. कर्मचारी कानन परिसर के अलावा आसपास के गांव में भी भालू की तलाश करते रहे. जू घूमने आए एक पर्यटक पर भालू ने हमला कर उसे घायल कर दिया. जिसका इलाज कानन के अस्पताल में किया गया, जिसे 3 घंटे बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया. भालू ने 2 महिलाओं को दौड़ाया भी. महिलाओं ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई. कर्मचारियों के कई घंटों की मशक्कत के बाद भालू को पकड़ कर उसे पिंजरे में डाल दिया गया.

जू कीपर की लापरवाही आई सामने: कानन पेंडारी के केज से भागे भालू के मामले में अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है. कानन के रेंजर विजय साहू ने बताया, "भालू के भागने के मामले में ड्यूटी पर रहे जू कीपर की लापरवाही सामने आ रही है. जू कीपर ने ताला किस तरह से लगाया था, समझ नहीं आ रहा है. प्रबंधन पूरे मामले की जांच कर रही है.लापरवाही उजागर होने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी की जाएगी."

केज में ताला की जगह लकड़ी अटकाया गया: कानन प्रबंधन भालू को कैद में रखने के लिए ताले की जगह लकड़ी का डंडा लगाया गया था. साथ ही केज के दरवाजे को सुरक्षित करने को लकड़ी का सहारा दिया गया था. नर भालू मंगल बिना ताला लगे केज को आसानी से तोड़कर बाहर आ गया और घंटों कानन परिसर में घूमता रहा.वहीं प्रबंधन कर्मचारियों और जू कीपर पर दबाव बनाते हुए अपनी लापरवाही को दबाने की कोशिश कर रहे हैं. कानन में रखे केज में लकड़ी फंसा कर जहां जू कीपर लापरवाही बरतते हैं. वहीं, अधिकारी भी रोजाना जांच करने नहीं पहुंचते हैं. यदि अधिकारी घटना के दिन केज की जांच करने पहुंचते तो शायद भालू के केज तोड़कर बाहर आने की घटना नहीं होती.

यह भी पढ़ें: बिलासपुर कानन पेंडारी जू में शावकों का अपनी मां के साथ खेलते वीडियो आया सामने

कई खूंखार जानवर हैं कानन पेंडारी में : कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में कई खूंखार जानवर हैं. सभी मांसाहार यहां शेर, बाघ, भालू, तेंदुआ और जहरीले सांप है. यदि जू कीपर इसी तरह लापरवाही करेंगे, तो रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटकों की जान हमेशा जाती रहेगी. जिस तरह की लापरवाही भालू के मामले में की गई है. यदि यही लापरवाही शेर, बाघ, तेंदुआ के मामले में किया जाएगा, तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में जनहानि होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी. प्रबंधन तब भी स्वयं को बचाने की कोशिश करता रहेगा.

कितने मांसाहार जानवर: कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में इस बार टाइगर लॉयन और लेपर्ड की अच्छी संख्या है. इनकी संख्या बढ़ भी रही है.

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बिलासपुर: बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में शुक्रवार को एक नर भालू केज तोड़कर बाहर आ गया (Bear came out after breaking cage in Bilaspur Kanan Pendari Zoological Park ) था, जिससे जू में हड़कंप मच गया था. इस दौरान भालू ने कानन घूमने आए पर्यटक पर पंजे से हमला कर उसे घायल कर दिया था. इसके अलावा दो महिलाओं को दौड़ाया भी था. इस पूरे मामले में रेस्क्यू के दौरान भालू को पकड़ लिया गया है. हालांकि इस मामले में जू कीपर की लापरवाही सामने आ रही है. अब कानन प्रबंधन पूरे मामले की जांच कर रहा है.

ये है पूरा मामला: बता दें कि कानन पेंडारी जू में शुक्रवार को फिर एक कर्मचारी की लापरवाही सामने आई है. भालू अपना केज तोड़कर बाहर निकल गया था. केज को खाली देखते हुए जू कीपर दहशत में आ गए. अधिकारियों के डर से कर्मचारी अपने स्तर पर खोजबीन करते रहे. लगभग घंटे भर बाद भी भालू नहीं मिला तो इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई. भालू के गायब होने की सूचना मिलते ही अधिकारियों के होश उड़ गए. उन्होंने सभी कर्मचारियों को भालू की तलाश में लगा दिया. कर्मचारी कानन परिसर के अलावा आसपास के गांव में भी भालू की तलाश करते रहे. जू घूमने आए एक पर्यटक पर भालू ने हमला कर उसे घायल कर दिया. जिसका इलाज कानन के अस्पताल में किया गया, जिसे 3 घंटे बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया. भालू ने 2 महिलाओं को दौड़ाया भी. महिलाओं ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई. कर्मचारियों के कई घंटों की मशक्कत के बाद भालू को पकड़ कर उसे पिंजरे में डाल दिया गया.

जू कीपर की लापरवाही आई सामने: कानन पेंडारी के केज से भागे भालू के मामले में अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है. कानन के रेंजर विजय साहू ने बताया, "भालू के भागने के मामले में ड्यूटी पर रहे जू कीपर की लापरवाही सामने आ रही है. जू कीपर ने ताला किस तरह से लगाया था, समझ नहीं आ रहा है. प्रबंधन पूरे मामले की जांच कर रही है.लापरवाही उजागर होने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी की जाएगी."

केज में ताला की जगह लकड़ी अटकाया गया: कानन प्रबंधन भालू को कैद में रखने के लिए ताले की जगह लकड़ी का डंडा लगाया गया था. साथ ही केज के दरवाजे को सुरक्षित करने को लकड़ी का सहारा दिया गया था. नर भालू मंगल बिना ताला लगे केज को आसानी से तोड़कर बाहर आ गया और घंटों कानन परिसर में घूमता रहा.वहीं प्रबंधन कर्मचारियों और जू कीपर पर दबाव बनाते हुए अपनी लापरवाही को दबाने की कोशिश कर रहे हैं. कानन में रखे केज में लकड़ी फंसा कर जहां जू कीपर लापरवाही बरतते हैं. वहीं, अधिकारी भी रोजाना जांच करने नहीं पहुंचते हैं. यदि अधिकारी घटना के दिन केज की जांच करने पहुंचते तो शायद भालू के केज तोड़कर बाहर आने की घटना नहीं होती.

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कई खूंखार जानवर हैं कानन पेंडारी में : कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में कई खूंखार जानवर हैं. सभी मांसाहार यहां शेर, बाघ, भालू, तेंदुआ और जहरीले सांप है. यदि जू कीपर इसी तरह लापरवाही करेंगे, तो रोजाना हजारों की संख्या में यहां पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटकों की जान हमेशा जाती रहेगी. जिस तरह की लापरवाही भालू के मामले में की गई है. यदि यही लापरवाही शेर, बाघ, तेंदुआ के मामले में किया जाएगा, तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में जनहानि होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी. प्रबंधन तब भी स्वयं को बचाने की कोशिश करता रहेगा.

कितने मांसाहार जानवर: कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में इस बार टाइगर लॉयन और लेपर्ड की अच्छी संख्या है. इनकी संख्या बढ़ भी रही है.

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