गौरेला पेंड्रा मरवाही: पेंड्रा वन परिक्षेत्र में भालू के हमले से बुजुर्ग ग्रामीण घायल हो गया. Bear Attack in Gaurela Pendra Marwahi लेखन राठौर जब कल शाम अपने गायों को चारा कर वापस अपने घर की ओर ले जा रहा था. तभी घर से महज 300 मीटर दूर पहुंचा ही था. तभी एक मादा भालू अपने तीन बच्चों के साथ लेखन से आमना सामना हो गया.
भालू के हमले में बुजुर्ग ग्रामीण घायल: लेखन राठौर कुछ समझ पाता तब तक भालू अपने तीनों शावकों के साथ लेखन पर हमला कर दी. जिसके बाद परिजनों ने तत्काल 108 संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से खून में लथपथ लेखन राठौर को परिजन जिला अस्पताल भर्ती कराया गया. जहां पर लेखन का इजाल जारी है. लेखन को दाया हाथ और बाया पैर में भालूओं के हमले के गहरे निशान है. फिलहाल लेखन की हालत खतरे से बाहर बतलाई जा रही है. वन विभाग के कोई भी जवाबदार व्यक्ति लेखन की खोज खबर लेने ना ही उसके घर पहुंचा और ना ही अस्पताल, जिससे लेखन के परिजन और ग्रामीण काफी नाराज है.
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घटना की आपबीती बताते पिता और बेटा: घायल लेखन राठौर का कहना है वो जब खेत की ओर अपने बैलों को चरा रहा था. उसी दौरान अचानक सामने की ओर से 3 भालू के बच्चों के साथ 1 मादा भालू से उसका सामना हो गया. भालूओं के हमले में घायल हो गए. उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोगो ने शोर मचाकर भालुओं को भगाया. जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गए." वहीं घायल बुजुर्ग का बेटा विजय राठौर का कहना है कि "घायल पिता को लेकर अस्पताल लाया. उनका इलाज जारी है. 3 शावकों और मादा के हमले से उनके पिता घायल है. वन विभाग को जानकारी देने के बाद भी वो हालचाल जानने नहीं पहुंचे है. जिससे हमलोग काफी नाराज है."
पिछले दिनों की घटना: पिछले सप्ताह ही मरवाही वन मंडल के झिरनापोड़ी गांव के पास एक खेत में एक सफेद और एक काला दोनों भालू एक साथ चहलकदमी करते हुए दिखाई दिया था. जिसका आसपास के ग्रामीणों ने वीडियो बना लिया, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. हालांकि मरवाही में ही पिछले दो महीने पहले भी माडाकोड के जंगल में भी एक सफेद और एक काला भालू का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.